बरेली: 27 साल बाद दिवाली के अगले दिन नहीं होगी गोवर्धन पूजा, जानें वजह

बरेली: 27 साल बाद दिवाली के अगले दिन नहीं होगी गोवर्धन पूजा, जानें वजह

बरेली, अमृत विचार। दिवाली के अगले दिन 25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण होने से इस बार गोवर्धन पूजा नहीं होगी। कालीबाड़ी मंदिर के पुजारी पं. बृजेश गौड़ के मुताबिक इससे पहले करीब 27 वर्ष पूर्व 1995 में ऐसी स्थिति बनी थी। इस बार खंडग्रास सूर्यग्रहण के दौरान गोवर्धन पूजा नहीं की जाएगी। इस कारण कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी …

बरेली, अमृत विचार। दिवाली के अगले दिन 25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण होने से इस बार गोवर्धन पूजा नहीं होगी। कालीबाड़ी मंदिर के पुजारी पं. बृजेश गौड़ के मुताबिक इससे पहले करीब 27 वर्ष पूर्व 1995 में ऐसी स्थिति बनी थी। इस बार खंडग्रास सूर्यग्रहण के दौरान गोवर्धन पूजा नहीं की जाएगी। इस कारण कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी युक्त प्रदोष व्यापिनी अमावस्या पर गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को मनेगी।

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इस दिन दोपहर 3.35 बजे के बाद द्वितीया तिथि रहेगी। इसलिए गोवर्धन पूजा के लिए सुबह 6.36 से 8.02 बजे के बीच 1 घंटा 28 मिनट का सर्वोत्तम मुहूर्त है। शाम को 3.43 से 5.11 बजे के बीच का समय भी मीन लग्न में है। इसका स्वामी गुरु है और गुरु स्वराशि मीन पर ही स्थित है। पूजा के लिए यह मुहूर्त भी शुभकारी है। अन्नकूट व भाई दूज का पर्व 26 को मनाया जाएगा। इससे पूर्व 1995 में दिवाली पर सूर्यग्रहण था। इसका असर कुछ हिस्सों में पड़ा था और गोवर्धन पूजा बाधित हुई थी। ज्योतिषाचार्य पं. रमाकांत दीक्षित ने बताया कि सूर्यग्रहण काल ईश्वर की आराधना और मंत्रों की सिद्धि के लिए लाभकारी समय होता है। इस अवधि में पूजा अर्चना करना फलदायी होता है।

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