अयोध्या: राशन में कटौती… गेहूं बंद, चावल से चलाना होगा काम, जनपद के 4 लाख परिवार होंगे प्रभावित
अयोध्या। गेहूं के उत्पादन और सरकारी खरीद में भारी गिरावट की मार राशन कार्ड धारकों पर पड़ने जा रही है। शासनादेश आने के बाद वितरण व्यवस्था में बदलाव हुआ है। राशन कार्ड धारकों को अब गेहूं की जगह चावल से पेट भरना पड़ेगा। प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना (पीएमजेकेवाई) के तहत मिलने वाले गेहूं को बंद …
अयोध्या। गेहूं के उत्पादन और सरकारी खरीद में भारी गिरावट की मार राशन कार्ड धारकों पर पड़ने जा रही है। शासनादेश आने के बाद वितरण व्यवस्था में बदलाव हुआ है। राशन कार्ड धारकों को अब गेहूं की जगह चावल से पेट भरना पड़ेगा। प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना (पीएमजेकेवाई) के तहत मिलने वाले गेहूं को बंद कर सिर्फ चावल देने का आदेश आया है, जबकि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत मिलने वाले राशन में गेहूं की कटौती की गई है। इस योजना के तहत अब प्रति यूनिट दो किलो गेहूं व तीन किलोे चावल दिया जाएगा। इसका प्रभाव जनपद के चार लाख से अधिक राशन कार्ड धारकों पर पड़ेगा।
पीएमजेकेवाई और एनएफएसए के तहत राशन कार्ड धारकों को महीने में दो बार राशन दिया जाता है। दोनों ही योजना में गेहूं और चावल पूरी तरह निशुल्क दिया जाता था, लेकिन अब गेहूं की किल्लत को देखते हुए योजना में थोड़ा परिवर्तन किया गया है, जिसका सीधा असर गरीबों की थाली पर पड़ने जा रहा है।
पीएमजेकेवाई के तहत गरीबों को मिलने वाले गेहूं को पांच महीने के लिए सितंबर तक बंद कर दिया जाएगा। मई वाले राशन में प्रति यूनिट सिर्फ पांच किलो चावल ही मिलेगा, जबकि एनएफएसए के तहत राशन में कटौती की गई है। इस योजना के तहत अब तक प्रति यूनिट तीन किलो गेहूं व दो किलो चावल मिलता था, लेकिन जून से इसका रेशियो बदल जाएगा। दो किलो गेहूं और तीन किलो चावल दिया जाएगा।
3.70 लाख पात्र गृहस्थी व 63 हजार हैं अंत्योदय कार्ड धारक
जिला पूर्ति विभाग से मिले आंकड़ों की मानें तो जनपद में अभी तकरीबन 4 लाख से अधिक उपभोक्ता सरकारी राशन उठा रहे हैं, जिसमें 3.70 लाख पात्र गृहस्थी व 63 हजार लोगों के अंत्योदय कार्ड बने हैं। नगर क्षेत्र में लगभग 60 हजार उपभोक्ता राशन ले रहे हैं। सबसे अधिक दिक्कत उन लोगों को होगी, जिन्हें चावल बिल्कुल भी पसंद नहीं था।
अभी इतना आ रहा है गेहूं और चावल
राशन कार्ड धारकों को दो किश्त में गेहूं मिला करता था, लेकिन अब उन्हें चावल से काम चलाना पड़ेगा। जनपद में अभी 6209.231 मीट्रिक टन गेहूं आ रहा है, जबकि 4244.469 मीट्रिक टन चावल की आवक हो रही है।
इधर, राशन कार्ड सरेंडर करने वालों में आई कमी
एकाएक राशन कार्ड सरेंडर करने वालों की संख्या में कमी आ गई है। रिकवरी न होने की खबरें आते ही जिला पूर्ति विभाग पहुंचकर राशन कार्ड सरेंडर करने वाले अपात्रों ने भी अब चैन की सांस ली है। पांच दिन पहले नगर क्षेत्र में प्रति दिन 100 से 150 अपात्र लाइन लगाकर राशन कार्ड सरेंडर करने पहुंच रहे थे, लेकिन उनकी संख्या बहुत कम हो गई है। अब तक जनपद में 1500 से अधिक लोग अपना कार्ड सरेंडर कर चुके हैं।
सुमित कुमार, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी
शासनादेश आया है। पीएमजेकेवाई के तहत सिर्फ चावल ही दिया जाएगा। एनएफएसए के तहत मिलने वाले गेहूं में भी कटौती की गई है। फिलहाल अपात्र अपना कार्ड सरेंडर कर रहे हैं, जिन लोगों का सरेंडर हो चुका है अब उनका कार्ड तभी बनेगा जब वे बीलो पॉवर्टी लाइन के नीचे आ जाएंगे।
पढ़ें-अयोध्या: सरकार पर तानाशाही का आरोप लगा कांग्रेस ने किया प्रदर्शन