APSSC प्रश्न पत्र लीक मामले में अरुणाचल पुलिस ने किया पांच लोगों को गिरफ्तार
ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग (एपीएसएससी) द्वारा अगस्त महीने में आयोजित सहायक अभियंता (सिविल) मुख्य परीक्षा के प्रश्न पत्र के कथित तौर पर लीक होने के सिलसिले में राज्य पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। राजधानी के पुलिस अधीक्षक जिमी …
ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग (एपीएसएससी) द्वारा अगस्त महीने में आयोजित सहायक अभियंता (सिविल) मुख्य परीक्षा के प्रश्न पत्र के कथित तौर पर लीक होने के सिलसिले में राज्य पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
राजधानी के पुलिस अधीक्षक जिमी चिराम के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में परीक्षा के उपसचिव, उप-नियंत्रक, एक कोचिंग संस्थान के शिक्षक, एक बिचौलिया, परीक्षा के लिए आया एक परीक्षार्थी और उसके पिता शामिल हैं जो सियांग जिले में स्कूल शिक्षा उप निदेशक के कार्यालय में मुख्य सहायक हैं।
प्रारंभिक जांच के मुताबिक, परीक्षार्थी के पिता ने 2021 में अपने बेटे के लिए प्रश्न पत्र खरीदने के मकसद से बिचौलिये से संपर्क किया था। उन्होंने बताया कि बिचौलिये ने परीक्षा उप-नियंत्रक को रिश्वत दी और परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र अवैध रूप से खरीद कर उम्मीदवार को दे दिए। जांच के दौरान सामने आया कि ‘सीलबंद’ प्रश्न पत्र की एक प्रति उप-परीक्षा नियंत्रक ने बिचौलिए के माध्यम से परीक्षार्थी को भिजवाई थी।
चिराम ने बताया कि उम्मीदवार ने कथित तौर पर खरीदे गए प्रश्न पत्र को हल करने के लिए शिक्षक से संपर्क किया। वहीं, शिक्षक ने कथित तौर पर एक अन्य छात्र से सवालों का जिक्र किया, जिसने परीक्षा के दो दिन बाद 29 अगस्त को पुलिस को कथित प्रश्न पत्र लीक होने की लिखित शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद प्रारंभिक जांच की और 10 सितंबर को इसकी रिपोर्ट अधीक्षक कार्यालय को सौंपी गई।
इसके बाद मामला दर्ज किया गया। अधीक्षक ने कहा, “जांच के दौरान यह पाया गया कि 2021 में परीक्षार्थी के पिता द्वारा मुख्य परीक्षा के प्रश्न पत्र को खरीदने के मकसद से बिचौलिए को 43 लाख रुपये नकद दिए गए थे। बिचौलिए ने परीक्षा उप-नियंत्रक को 15 लाख रुपए दिए और बाकी अपने पास रख लिए थे। इस राशि का उपयोग दोनों ने संपत्ति खरीदने में किया।
चिराम ने बताया कि उक्त मामले की पड़ताल के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। पुलिस ने मामले से संबंधित ‘हार्डवेयर सामग्री’ और अन्य सामग्री की खरीद के लिए इस्तेमाल दो वाहन, चालान और कैश मेमो जब्त किए हैं।
राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने इस मामले में कहा था कि सरकार भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी तथा उक्त घटना में शामिल दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। खांडू ने हाल ही में एक बयान में कहा कि मैं उम्मीदवारों को आश्वस्त करता हूं कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रश्न पत्र लीक के मामले की जांच कर सुधार किए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
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