बरेली: 24 घंटे में एक मीटर बढ़ा रामगंगा का जलस्तर, रेलवे पुल को खतरा

बरेली, अमृत विचार। दो दिन से हो रही बारिश से रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इससे चौबारी स्थित रामगंगा नदी पर बने रेलवे के पुल के साथ नदी किनारे बसे गांवों में पानी घुसने का भी खतरा बढ़ रहा है। रामगंगा का जलस्तर 158.180 मीटर से बढ़कर बुधवार को 159.500 मीटर पहुंच गया। …
बरेली, अमृत विचार। दो दिन से हो रही बारिश से रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इससे चौबारी स्थित रामगंगा नदी पर बने रेलवे के पुल के साथ नदी किनारे बसे गांवों में पानी घुसने का भी खतरा बढ़ रहा है। रामगंगा का जलस्तर 158.180 मीटर से बढ़कर बुधवार को 159.500 मीटर पहुंच गया।
रेलवे पुल को खतरा पैदा होने से महज चार मीटर का फासला रह गया है। बाढ़ खंड विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी तक किसी गांव में पानी नहीं घुसा है। ग्रामीणों को सक्रिय कर दिया गया है। लगातार ऐसे ही पहाड़ों पर बारिश होती रही तो एक सप्ताह में कालागढ़ डैम और हरेलबी बैराज से पानी छोड़ने के आसार बन सकते हैं।
यदि 25 हजार से 75 हजार क्यूसेक तक पानी छोड़ने की नौबत आयी तो पुल और रामगंगा के आसपास के गांवों को अधिक खतरा बढ़ जाएगा। वहीं बारिश के चलते राजस्व टीमों को सक्रिय कर दिया गया है। इधर नियंत्रण कक्ष में तैनात सींचपाल राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि नियंत्रण कक्ष में तीन शिफ्टों में ड्यूटी लगायी जा रही है। अभी कालागढ़ डैम से पानी छोड़ने के संबंध में कोई सूचना नहीं मिली है।
24 घंटे में 48.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज
24 घंटे में बरेली में 48.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है। बाढ़ खंड नियंत्रण कक्ष के आंकड़ों के अनुसार 1 जून से अब तक 407.6 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। जबकि 21 जुलाई 2020 को 24 घंटे में 30.2 मिलीमीटर बारिश हुई और 1 जून 2020 से 21 जुलाई तक 240.4 मिलीमीटर बारिश होना रिकार्ड में दर्ज है। इससे माना जा रहा है कि पिछले साल की तुलना में इस साल बारिश 160 मिलीमीटर अधिक हो चुकी है।
15 किलोमीटर से अधिक लंबे तटबंधों को भी खतरा
जलस्तर बढ़ने से रामगंगा नदी और दाया किनारा स्थित गौटिया मोहर सिंह तटबंध और रुकमपुर तटबंध को खतरा हो सकता है। इससे हालात बिगड़े तो संभालने में दिक्कतें खड़ी होंगी। गौटिया मोहर सिंह तटबंध 15.425 किलोमीटर और रुकमपुर तटबंध15.200 किलोमीटर लंबा है।