धारचूला: एक महीने बाद खुला ज्योलिकांग-लिपूलेख मोटर मार्ग, पर नहीं जा सकेंगे पर्यटक

धारचूला, अमृत विचार। सीमांत के लिए आज का दिन खुशखबरी लेकर आया। सीमा सड़क संगठन ने 14 हजार फिट की ऊचांई से गुजरने वाले ज्योलिकांग- लिपूलेख मोटर मार्ग को एक महीने की भारी मशक्त के बाद यातायात के लिए खोल दिया गया है। व्यास घाटी के साथ माइग्रेशन के लिए जाने वाले गांवो के लोगो …
धारचूला, अमृत विचार। सीमांत के लिए आज का दिन खुशखबरी लेकर आया। सीमा सड़क संगठन ने 14 हजार फिट की ऊचांई से गुजरने वाले ज्योलिकांग- लिपूलेख मोटर मार्ग को एक महीने की भारी मशक्त के बाद यातायात के लिए खोल दिया गया है। व्यास घाटी के साथ माइग्रेशन के लिए जाने वाले गांवो के लोगो को इसका सीधा फायदा मिलेगा।
इस मोटर मार्ग का सुरक्षा व पर्यटन की दृष्टि से सामरिक महत्व है। कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए भी इसी मोटर मार्ग का उपयोग किया जाता है। चीन सीमा तक इस मोटर मार्ग की पहुंच है। सीमा सुरक्षा के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
बी.आर.ओ. ने बर्फ के बीच से मोटर मार्ग को काट कर यातायात चालू किया है। आज वाहनो में सफर करने वालो की यात्रा बेहद रोमाचिंत करने वाली रही।
बीआरओ के 65 आरसीसी ग्रेफ ने गुंजी कुटी ज्योलीकांग आदि कैलाश 35 किलोमीटर की सड़क एईई अमन और जेई दीपक के नेतृत्व में दिनरात कार्य करके शनिवार शाम तक पूरी तरह यातायात के लिए खोल दी है।
बीआरओ के कमांडर कर्नल एन के शर्मा ने बताया कि सीमा के अंतिम गांव कुटी के लोग माइग्रेशन पहुँच जाने के बाद और सीमा में तैनात सुरक्षा कर्मियों की आवागमन में सुविधा हो इसे देखते हुए सड़क खोंलने में तेजी आई गयी। अब सड़क खुल जाने पर सड़क निर्माण के अन्य कार्य मे तेजी आएगी।
बता दें बीआरओ ने पिछले साल गुंजी कुटी ज्योलीकांग तक कि सड़क का निर्माण कर दिया था। शीतकाल सुरक्षाकर्मी और गांव के लोग नीचे की घाटियों में आ जाते है। सड़क खुल जाने से आदि कैलाश पर्वत को दर्शन को जाने स्थानीय लोगों के साथ सुरक्षा कर्मियों को भी राहत मिलेगी। और व्यास घाटी के 7 गांव के लोग पूजा पाठ और अपने मृत व्यक्तियों के अस्थियां ज्योलीकांग तीर्थ स्थल तक ले कर जा पाएंगे।
इस क्षेत्र में आने के लिए कोविड की नगेटिव रिर्पोट लाने की बाध्यता लागू की गई है। स्थानीय लोगों के लिए भी यही बाध्यता लागू की गई है। जिले से बाहर के लोगों को इस क्षेत्र में पर्यटन की दृष्टि से जाने के लिए शासन की अनुमति नहीं मिली है। अभी मूल निवासियो के अलावा अन्य लोगों को नहीं जाने दिया जा रहा है। कोई अनुमति के लिए आवेदन करेगा,तो जिलाधिकारी से राय लेकर ही कदम उठाया जाएगा।
– उपजिलाधिकारी , अनिल कुमार शुक्ला