मुरादाबाद मंडल में गिर रहा भू-गर्भ जल स्तर, इंतजाम नाकाफी

मुरादाबाद। आबादी लगातार बढ़ रही है, उसके साथ ही नगर का आकार भी बढ़ रहा है। लेकिन,नहीं बढ़ रही है तो पानी बचाने को लेकर लोगों की समझ। जिम्मेदारों की बात करें तो जल संरक्षण की दिशा में शासन की ओर से किए जा रहे प्रयास भी नाकाफी नजर आ रहे हैं। जल संचय जल …
मुरादाबाद। आबादी लगातार बढ़ रही है, उसके साथ ही नगर का आकार भी बढ़ रहा है। लेकिन,नहीं बढ़ रही है तो पानी बचाने को लेकर लोगों की समझ। जिम्मेदारों की बात करें तो जल संरक्षण की दिशा में शासन की ओर से किए जा रहे प्रयास भी नाकाफी नजर आ रहे हैं। जल संचय जल संरक्षण योजना के तहत 103 तालाब खोदे जाने हैं। लेकिन, अब तक केवल 11 तालाबों की खोदाई ही हो सकी है।
पानी को लेकर लोगों की लापरवाही चरम पर है। आवासीय और व्यवसायिक इकाइयों में लोगों ने बेहिसाब सबमर्सिबल पंप और बोरिंग करा रखे हैं, जिनसे पानी खूब दुरुपयोग हो रहा है। उस का ही परिणाम है कि धरती की कोख लगातार सूख रही है। अनावश्यक दोहन के चलते जलस्तर लगातार खिसकता जा रहा है। परिणाम यह हुआ कि मंडल के जनपदों के कुल 24 ब्लाक डार्क जोन घोषित किए जा चुके हैं। यह भयावह स्थिति है।
अगर समय रहते शासन और आम जनता सचेत न हुई तो आने वाले समय में भयंकर हालात का सामना करना पड़ सकता है। जलस्तर का लगातार नीचे खिसकना भविष्य में तबाही का संकेत दे रहा है। उसके बाद भी हम जल संरक्षण के प्रति सचेत नहीं हो रहे हैं। जिस तरह हम इसका दुरुपयोग कर रहे हैं और जलस्त्रोत खत्म हो रहे हैं, उससे कहा जा सकता है कि आने वाला कल कहीं प्यासा न रह जाए।
वाहन धुलाई सेंटरों पर प्रतिदिन बर्बाद हो रहा 10 हजार लीटर पानी
लोग वाहनों और सड़कों की धुलाई के नाम पर भी पानी बर्बाद कर रहे हैं। महानगर में बिना लाइसेंस चल रहे तमाम वाहन धुलाई सेंटरों पर भी औसतन प्रतिदिन 10 से 15 हजार लीटर पानी की बर्बादी कर दी जाती है। यह पानी नालियों से होकर बर्बादी की भेंट चढ़ जाता है।
जल संरक्षण को लेकर खोदे जा रहे तालाब
लघु सिंचाई विभाग के अवर अभियंता कुंवर पाल के अनुसार मुरादाबाद जिले में जल संचय जल संरक्षण योजना के तहत 103 तालाब खोदे जाने हैं। अब तक 11 तालाब खोदे जा चुके हैं। दो तालाबों का निर्माण प्रगति पर है। ये तालाब एक से पांच हेक्टेयर में और तीन मीटर गहराई के साथ तैयार किए जा रहे हैं।