बरेली: निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
बरेली,अमृत विचार। निजीकरण के विरोध में बिजली विभाग के कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों और अभियंताओं के साथ केंद्र और राज्य सरकारों की निजीकरण की नीति के विरोध में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। जिले में मुख्य अभियंता तारिक मतीन के कार्यालय में हुई विरोध सभा में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 …
बरेली,अमृत विचार। निजीकरण के विरोध में बिजली विभाग के कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों और अभियंताओं के साथ केंद्र और राज्य सरकारों की निजीकरण की नीति के विरोध में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। जिले में मुख्य अभियंता तारिक मतीन के कार्यालय में हुई विरोध सभा में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 महामारी के बीच केंद्र सरकार और कुछ राज्य सरकारें बिजली वितरण का निजीकरण करने पर तुली हैं। इसके विरोध में देशभर के बिजली कर्मियों ने प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त किया।
सह संयोजक रणजीत चौधरी ने बताया कि बिजली कर्मियों ने उपभोक्ताओं खासकर किसानों और घरेलू उपभोक्ताओं से निजीकरण विरोधी आंदोलन में सहयोग करने की अपील की और कहा कि निजीकरण के बाद सबसे अधिक नुकसान आम उपभोक्ताओं का ही होने जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2020 और बिजली वितरण के निजीकरण के स्टैंडर्ड बिलिंग डॉक्यूमेंट के अनुसार लागत से कम मूल्य पर किसी को भी बिजली नहीं दी जाएगी। निजीकरण में सरकार के दस्तावेज के अनुसार सरकार बाजार से महंगी बिजली खरीद कर निजी कंपनियों को सस्ती दरों पर बिजली उपलब्ध कराएगी।
एसडीओ कुतुबखाना गौरव शर्मा ने विरोध सभा और प्रदर्शन कर निजीकरण के उद्देश्य से लाये गए इलेक्ट्रिसिटी(अमेंडमेंट) बिल 2020 और बिजली वितरण के निजीकरण के स्टैंडर्ड बिलिंग डॉक्यूमेंट को निरस्त करने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि निजीकरण की प्रक्रिया पूरी तरह वापस न की गई तो राष्ट्रव्यापी हड़ताल करेंगे।