बदायूं का ये अस्पताल सील, छापेमारी से मची खलबली

बदायूं, अमृत विचार : स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे जीवनदान अस्पताल को छापा मारकर सील कर दिया। टीम की कार्रवाई से झोलाछापों और अवैध रूप से अस्पताल चला रहे संचालकों में हड़कंप मच गया है।
जनपद में मात्र 104 अस्पताल रजिस्टर्ड हैं, जबकि 500 से अधिक अस्पताल जिले भर में चल रहे हैं। अवैध अस्पतालों को लेकर ग्रामीण और स्वयं सेवी संगठन शिकायत कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की एक टीम मंगलवार को एसीएमओ डॉ. पवन कुमार के नेतृत्व में फर्रुखाबाद रोड स्थित जीवनदान अस्पताल पर पहुंची।
डॉ. पवन कुमार को अस्पताल में कई गर्भवती महिलाएं मिलीं जो प्रसव के लिए भर्ती हुई हैं। अस्पताल संचालक से जब रजिस्ट्रेशन मांगा गया तो वह आनाकानी करने लगा। इसके बाद टीम ने अस्पताल को सील कर दिया गया। साथ ही संचालक को एक सप्ताह में जवाब देने को नोटिस दिया गया है। झोलाछापों के नोडल डॉ. पवन कुमार ने बताया कि अवैध अस्पतालों को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है।
उधर, आसफपुर क्षेत्र के एक कस्बे में चल रहे अवैध अस्पताल की ग्रामीणों ने शिकायत की थी। झोलाछाप का क्लीनिक सील करने के बाद से अन्य झोलाछापों में हड़कंप मचा हुआ है। बिसौली और दिसौली गंज में भी मंगलवार को चेकिंग अभियान चलाया गया।
अवैध अस्पतालों को चिन्हित कर लिया गया है। अब उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। शहर के फर्रुखाबाद रोड पर एक निजी अस्पताल को सील कर दिया गया है। अस्पताल संचालक को नोटिस दिया है। पिछले एक सप्ताह में पांच झोलाछापों को नोटिस दिया गया है। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी- डॉ. रामेश्वर मिश्रा, सीएमओ।
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