बाराबंकी में बेखौफ चल रहा अवैध प्लाटिंग की काली कमाई का खेल, भूमाफिया कर रहे करोड़ों की हेराफेरी

रिशू गुप्ता/रामसनेहीघाट/बाराबंकी, अमृत विचार। नगर पंचायत क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग का खेल बेलगाम हो चुका है। यहां 95 प्रतिशत प्लाटिंग बिना नक्शा पास के की जा रही है। भूमाफिया किसानों से कम कीमत में जमीन खरीदकर, बिना नगर पंचायत की अनुमति के प्लाटिंग कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। महारगंज, सुमेरगंज, भिटरिया, बेल्हा चौराहा और तहसील मुख्यालय गेट के सामने बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग की जा रही है। पड़ोसी जिले मवई और रुदौली से आए एक दर्जन से अधिक भूमाफिया इस काले धंधे में सक्रिय हैं।
इस अवैध प्लाटिंग कार्य में राजस्व विभाग की भी अहम भूमिका है। न तो कृषि भूमि को आवासीय में परिवर्तित किया जा रहा है और न ही नियमानुसार स्टांप ड्यूटी का भुगतान किया जा रहा है। इस अवैध प्लाटिंग में न तो मानक का पालन हो रहा है और न ही नियमों का। प्लाट खरीदने वाले लोगों को झूठे वादों से फंसाकर रजिस्ट्री करा दी जाती है। खरीदारों को यह नहीं बताया जाता कि भविष्य में प्रशासन कभी भी उनके अवैध निर्माण को गिराने का नोटिस जारी कर सकता है। इस पूरे मामले में स्थानीय प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं, जिससे भूमाफिया का हौसला और बढ़ता जा रहा है।
प्लाटिंग के यह है नियम
नियम के मुताबिक प्लाटिंग में 30 फीट चौड़ी सड़क होनी चाहिए, पार्क होना चाहिए, सीवेज सिस्टम होना चाहिए, कृषि जमीन को आवासीय में परिवर्तित होनी चाहिए। नगर के अधिशासी अधिकारी द्वारा उस भूमि का नक्शा अनिवार्य है। लेकिन यहां तो भूमाफिया किसानों से एग्रीमेंट कर सीधे प्लाटिंग करना चालू कर दे रहे हैं।
क्या बोले अधिकारी
नगर में अवैध प्लाटिंग को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी... रामआसरे वर्मा, एसडीएम, रामसनेहीघाट।
किसी भी प्लाटिंग को नगर पंचायत से परमिशन नहीं है। 6 माह पहले दो अवैध प्लाटिंग पर कारवाई भी की गई थी.. धीरज सिंह, अधिशाषी अधिकारी, नगर पंचायत रामसनेहीघाट।
किसानों की खेती योग्य भूमि पर मानक विहीन अवैध प्लाटिंग करने वालों के विरुद्ध कारवाई नही की गई तो मजबूर आंदोलन करना पड़ेगा... मायाराम यादव, प्रदेश प्रभारी, भारतीय किसान यूनियन।