Barabanki News : 9 ब्लॉक में 22 लाख लोगों को घर-घर जाकर खिलाई जाएगी दवा

Barabanki, Amrit Vichar : फाइलेरिया (हाथीपांव) रोग से बचाव के लिए 10 से 25 फरवरी तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। सर्वजन दवा सेवन अभियान (एमडीए) के तहत स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर एल्बेंडाजॉल, डीईसी और आइवरमेक्टिन दवाएं निःशुल्क वितरित करेंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवधेश कुमार यादव ने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है, जिसके लक्षण मच्छर काटने के 5 से 15 साल बाद दिखाई देते हैं। एक बार बीमारी होने पर इसका कोई इलाज नहीं है, इसलिए बचाव ही एकमात्र विकल्प है।
वीबीडी नोडल अधिकारी डॉ. डीके श्रीवास्तव के अनुसार, यह रोग मुख्य रूप से शरीर के लटकने वाले अंगों जैसे हाथ, पैर, महिलाओं के स्तन और पुरुषों के अंडकोष को प्रभावित करता है। जनपद में वर्तमान में 805 हाइड्रोसील और 3,501 लिम्फोडिमा के मरीज चिन्हित किए गए हैं। जिला मलेरिया अधिकारी सुजाता ठाकुर ने बताया कि 38 लाख की कुल जनसंख्या में से 9 ब्लॉक देवा, फतेहपुर, रामनगर, दरियाबाद, रामसनेहीघाट (बनीकोडर), सिद्धौर, हरख, जाटा बरौली और अर्बन क्षेत्र में 22 लाख लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य है। दो साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं और गंभीर बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों को छोड़कर सभी को यह दवा दी जाएगी।
पिछले साल के नाइट ब्लड सर्वे में इन ब्लॉकों में माइक्रो फाइलेरिया दर एक से अधिक पाई गई थी। इस अभियान में 1795 टीमों का गठन किया गया है और निगरानी के लिए 299 सुपरवाइजर तैनात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता दवा अपने सामने खिलाएंगे और किसी भी हालत में दवा बाद में खाने या घर ले जाने के लिए नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि दवा खाली पेट न खाएं। दवा स्वास्थ्य कर्मी के सामने ही पूरी खुराक सेवन करे। दवा खाने के बाद यदि खुजली, चकत्ते या जी मितलाने जैसी परेशानी हो, तो इसका मतलब है कि शरीर में फाइलेरिया के कीटाणु पहले से मौजूद थे, जो अब नष्ट हो रहे हैं। यह एक शुभ संकेत है। किसी भी समस्या के लिए प्रत्येक ब्लॉक में बनी रैपिड रिस्पॉन्स टीम से संपर्क किया जा सकता है। इस मौके पर पाथ के प्रतिनिधि और पीसीआई के प्रतिनिधि मौजूद रहे।