Kanpur: 10 करोड़ के विकास कार्यों को मिली स्वीकृति, धार्मिक स्थलों को भी सौगात, विपक्षी पार्षद बोले- हमारे प्रस्ताव नहीं लिये जाते
कानपुर, अमृत विचार। कानपुर नगर निगम की कार्यकारिणी बैठक में गुरुवार को शहर के जर्जर सभी धार्मिक स्थलों के विकास के लिये 1.85 करोड़ मिल गये। कला एवं संस्कृति के मद में नगर निगम ने यह बजट दिया है। महापौर प्रमिला पांडेय पिछले दिनों से अभियान चलाकर मंदिरों को खोज रहीं थी बजट मिलने से इन मंदिरों का विकास हो पाएगा। इसके साथ कार्यकारिणी की बैठक में पुनरक्षित बजट के साथ ही 2025–26 का मूल बजट भी पास कर दिया गया। पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 9 अरब रुपये ज्यादा नगर निगम ने विकास के लिये बजट रखा गया है।
गुरुवार को नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक सुबह 11 बजे मुख्यालय के समिति कक्ष में शुरू हुई। महापौर प्रमिला पांडेय की अध्यक्षता और नगर आयुक्त सुधीर कुमार की उपस्थिति में सबसे पहले पुनरक्षित बजट और नगर निगम व जलकल के मूल बजट पर चर्चा शुरू हुई। इस दौरान पुनरक्षित बजट 2024–25 19 अरब 47 करोड़ के बढ़ाकर 28 अरब 53 करोड़ बैठक में रखा गया जिसे सर्वसम्मति से कार्यकारिणी ने पास कर दिया। बैठक में जलकल का 4 अरब 32 करोड़ 99 लाख रुपये मूलबजट पास हो गया।
51 विकास कार्यों को भी स्वीकृति
बैठक में नगर निगम मुख्यअभियंता एसएएफ जैदी की ओर से 10 करोड़ के 51 विकास कार्यों का प्रस्ताव रखा गया। जिसे नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में पास कर दिया गया। इन विकास कार्यों के टेंडर नगर निगम पहले ही करा चुका है। कार्यकारिणी की बैठक में स्वीकृति मिलने के बाद अब जल्द निर्माण कार्य शुरू हो जाएंगे।
अवैध विज्ञापन पर अधिकारियों को फटकार
कार्यकारिणी की बैठक में महापौर प्रमिला पांडेय ने विज्ञापन से जुड़े अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। महापौर ने अधिकारियों से कहा कि नगर निगम लखनऊ 20 करोड़ रुपये सलाना वसूली कर रहा है, जबकि नगर निगम कानपुर महज 3 करोड़ रुपये ही वसूली कर पा रहा है। नगर निगम संस्था कैसे चलेगी। अधिकारियों ने बताया कि अधिकतर मामले कोर्ट में हैं इसलिये वसूली नहीं हो पा रही है। महापौर ने कहा कि नियमानुसार अवैध विज्ञापनों को हटाएं और विज्ञापन की नई नियमावली को पालन कराया जाये।
विपक्षी पार्षदों ने कहा हमारे प्रस्ताव नहीं लिये जाते
कार्यकारिणी की बैठक में सपा पार्षद लियाकत अली ने कहा कि हमने प्रस्ताव दिये लेकिन कार्यकारिणी में कोई चर्चा नहीं होती है। प्रस्ताव निकालकर हटा दिये जाते हैं। फैजान रहमान ने भी यही आरोप लगाया है।
यह लोग रहे उपस्थित
कार्यकारिणी सदस्य में उप सभापति यशपाल सिंह, सदस्य दीपक शर्मा, आरती गौतम, योगेंद्र शर्मा, अभिषेक गुप्ता मोनू, लियाकत अली, मंजू पाल, देवेंद्र द्विवेदी, पवन पांडेय, धीरेंद्र सोनकर, आकर्ष बाजपेई फैजान रहमान समेत नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारी माैजूद रहे।
यह भी प्रस्ताव हुये पास
–पार्षदों के घर के बाहर नगर निगम लगाएगा नेम प्लेट
–पार्कों और गलियों के नामकरण का प्रस्ताव पास किया गया
-बकरमंडी कब्रिस्तान में शेड और सबमर्सिबल पास किया गया