कानपुर में गंगा में गिरे पुल को हटाने की भेजी रिपोर्ट: PWD ने किया सर्वे, हटाने का खर्च 21 लाख रुपये अनुमानित
कानपुर, अमृत विचार। गंगा में गिरे 150 साल पुराने शुक्लागंज पुल के एक हिस्से को हटाने के लिए पीडब्ल्यूडी ने स्पैन सर्वे पूरा करा लिया है। पुल का क्या करना है, इसे कब और कैसे तोड़ना है, इसको तोड़कर नया पुल बनाना है या नहीं आदि पर भी विचार चल रहा है।
कानपुर को उन्नाव से जोड़ने वाला पुराना शुक्लागंज पुल का एक हिस्सा (स्पैन) 26 नवंबर को गंगा में गिर गया था। इस स्पैन को हटाने के संबंध में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने सर्वे किया, जिसमे प्रांतीय खंड, सेतु निगम समेत तीन विभाग के अधिकारी शामिल थे। अधिकारियों के अनुसार जो स्पैन गंगा में गिरा है वो इंग्लैंड से मंगवाया गया था, जिसका वजन लगभग 60 टन है।
सर्वे में अधिकारियों ने इस स्पैन को हटाने के लिए 21 लाख रुपये का खर्च आंका है। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता रवि दत्त कुमार ने बताया कि रिपोर्ट बनाकर शासन को दे दी है।
शुक्लागंज पुल को बनाने में अंग्रेजों ने इंग्लैंड का लोहा इस्तेमाल किया था, जो 150 वर्ष बीतने के बाद भी काफी मजबूत है। सर्वे में बताया गया है कि जो स्पैन गिरा है, वह मजबूत है। इसकी नीलामी भी की जा सकती है। शासन से जो आदेश मिलेंगे, उसके अनुसार गंगा में गिरे पुल को निकलवाया जाएगा।