Parliament Session: संसद बनी अखाड़ा, प्रदर्शन के दौरान भाजपा सांसद को चोट लगी, कहा- राहुल गांधी ने मारा धक्का
नई दिल्ली। कांग्रेस और विपक्षी दलों ने बाबासाहेब आंबेडकर पर टिप्पणी को लेकर गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ संसद परिसर में प्रदर्शन किया तो भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों ने मुख्य विपक्षी दल पर संविधान निर्माता के अपमान का आरोप लगाते हुए विरोध जताया। सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच कथित तौर धक्का-मुक्की भी हुई।
इस दौरान भाजपा सांसद प्रताप चंद्र सारंगी ने राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया जो उनके ऊपर गिर गया जिसके बाद वे नीचे गिर पड़े और उनके सिर में चोट लग गई। दूसरी तरफ, राहुल गांधी ने दावा किया कि भाजपा सांसदों ने उन्हें संसद भवन में जाने से रोका और धक्का-मुक्की की।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया, ‘‘राहुल गांधी मारपीट करने के लिए बीच में घुसे थे। उनका व्यवहार मानो गुंडे का व्यवहार था, यह देश गुंडे को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने हमारे एक बुजुर्ग सांसद को धक्का देकर गिरा दिया।’’
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मैं अंदर जाने की कोशिश कर रहा था। भाजपा के सांसद मुझे रोकने की कोशिश कर रहे थे, मुझे धमका रहे थे।’’ अक्सर सफेद रंग टी-शर्ट पहनने वाले राहुल गांधी बृहस्पतिवार को नीले रंग की टी-शर्ट पहनकर संसद पहुंचे। उन्होंने कहा कि मुख्य मुद्दा यह है कि संविधान और बाबासाहेब की स्मृति का अपमान हुआ है।
राहुल गांधी ने दिया बड़ा बयान
लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "मैं संसद के प्रवेश द्वार से अंदर जाने की कोशिश कर रहा था, तो भाजपा सासंद मुझे रोकने की कोशिश कर रहे थे। मुझे धमका रहे थे, तो यह हुआ है। यह संसद का प्रवेश द्वार है और हमारा अंदर जाने का अधिकार है। मुख्य मुद्दा यह है कि वे संविधान पर आक्रमण कर रहे हैं।"
लोकसभा में गतिरोध, कार्यवाही दो बजे तक स्थगित
बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर से संबंधित गृह मंत्री अमित शाह की एक टिप्पणी को लेकर बृहस्पतिवार को लोकसभा में हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही आरंभ होने के कुछ देर बाद ही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने शाह की टिप्पणी से जुड़ा विषय सदन में उठाने का प्रयास करते हुए हंगामा किया तो सत्तापक्ष के सदस्यों ने भी मुख्य विपक्षी दल पर संविधान निर्माता के अपमान का आरोप लगाते हुए प्रतिवाद किया।
सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पूर्व सदस्य कांग्रेस के ईवीकेएस एलंगोवन के निधन के बारे में सदन को सूचित किया और उनके राजनीतिक जीवन का संक्षिप्त उल्लेख किया। इसके बाद सदन ने कुछ पल मौन रखकर दिवंगत पूर्व सदस्य को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया। बिरला ने पूर्वाह्न 11 बजकर तीन मिनट पर सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों का आरोप है कि शाह ने ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर राज्यसभा में दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब का अपमान किया। मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश भी जारी किया, जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं, ‘‘अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर...। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’’ दूसरी तरफ, भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमेशा बाबासाहेब का अपमान किया और उन्हें चुनाव तक हरवाया।
यह भी पढ़ें:-शाहजहांपुर में भीषण सड़क हादसा: ट्रक की टक्कर से कार के उड़े परख्च्चे, एक ही परिरवार के पांच की मौत, 5 घायल