जागरूक हुईं मुस्लिम महिलाएं, लांघी तीन तलाक की दहलीज

नैनीताल और ऊधमसिंह नगर में आगे आईं महिलाओं ने दर्ज कराए मुकदमे, चम्पावत में भी आया एक मामला

जागरूक हुईं मुस्लिम महिलाएं, लांघी तीन तलाक की दहलीज

सर्वेश तिवारी, हल्द्वानी। दहलीज से बंधी मुस्लिम महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही हैं। खास तौर पर तीन तलाक के खिलाफ महिलाएं अब खुल कर आवाज उठाने लगी हैं। इस मामले में नैनीताल और ऊधमसिंह नगर की मुस्लिम महिलाएं कुमाऊं के अन्य जिलों की अपेक्षा अधिक जागरूक हैं। पहाड़ी जिलों में मात्र एक चम्पावत है, जहां पिछले तीन साल में एक महिला अपने खिलाफ हुए अत्याचार से लड़ने के लिए आगे आईं। भारत में 19 सितंबर 2018 को लागू हुए इस कानून को महिलाओं ने सुरक्षा और आत्मरक्षा की ढाल बना लिया है। पिछले तीन साल में नैनीताल जिले में 19 और ऊधमसिंह नगर जिले में 50 महिलाओं ने अपने पतियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए हैं। अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में जागरूकता की कमी है। जबकि एक मामला चम्पावत जिले से भी सामने आया है। 

 

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35 महीनों में महिलाओं के साथ अपराध के 5,126 मामले दर्ज
हल्द्वानी : वर्ष 2022 की जनवरी से वर्ष 2024 के नवंबर यानी 35 महीनों में महिलाओं के खिलाफ 5,126 आपराधिक घटनाएं सामने आई हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में ऊधमसिंह नगर पूरे कुमाऊं के छह जिलों में सबसे ऊपर है। पिछले 35 महीनों में यहां 2,987 घटनाएं विभिन्न थानों में दर्ज की गईं। जबकि नैनीताल जिले में आपराधिक घटनाओं की संख्या 1,306 है। इसी तरह अल्मोड़ा में 236, बागेश्वर में 75, पिथौरागढ़ में 330 और चम्पावत जिले में 192 आपराधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं। 


1,064 दिन में हुए बलात्कार के 1,004 अपराध  


हल्द्वानी : हिसाब लगाएं तो 1 जनवरी 2022 से 30 नवंबर 2024 तक कुल 1,064 दिन होते हैं। इन 1,064 दिनों में 1,004 बार कुमाऊं के छह जिलों में बलात्कार किए गए। अन्य घटनाओं की तरह बलात्कार के मामले में भी ऊधम सिंह नगर सबसे अव्वल है। ऊधम सिंह नगर में 1,064 दिन में बलात्कार की 603 घटनाएं दर्ज की गईं। जबकि नैनीताल में 223, अल्मोड़ा में 58, बागेश्वर में 19, पिथौरागढ़ में 56 और चम्पावत में बलात्कार की 45 घटनाएं हुई हैं। महिलाओं के खिलाफ विभिन्न तरह के अपराध में ऊधम सिंह नगर ही सबसे आगे है।