Ayodhya News : अयोध्या से जनकपुर रवाना होगी श्रीराम बारात
अमृत विचार, अयोध्या : रामनगरी अयोध्या में श्री सीताराम विवाहोत्सव के लिए श्री राम बारात की तैयारी पूरी हो चुकी है। मंगलवार की सुबह नौ बजे कारसेवकपुरम से रिवाज के साथ प्रस्थान करेगी। और इसमें शामिल होने वाले बारातियों का भी आगमन हो चुका है. साधु संतों की अगुवाई में चार रथ और अन्य सभी बाराती नगर भ्रमण करते हुए जनकपुर के लिए रवाना होंगे।
रामसेवकपुरम से श्रीराम बारात रवाना होगी इसके लिए चार रथ को तैयार किया गया है. जिसके दो रथ में राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न के स्वरूप विराजेंगे और एक रात श्री राम जानकी विवाह कल्याण का होगा जिसमें चेन्नई से श्री सीताराम की 65 इंच ऊंची अष्टधातु की मूर्ति भी स्थापित किया गया है. और चौथा रथ 51 तीर्थ के नदियों की कलश स्थापित होंगे, जिसका नाम तीर्थ रथ रखा गया है. विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री व श्रीराम बरात के संयोजक राजेंद्र सिंह पंकज ने बताया कि कारसेवकपुरम परिसर से 26 नवंबर को बरात प्रस्थान करेगी। क्रमशः बक्सर, पटना, कांटी, सीतामढ़ी पुनौरा धाम, आदि स्थानों पर विश्राम लेते हुए 3 दिसंबर को बरात जनकपुर पहुंचेगी। 4 दिसंबर को समधी मिलन, 5 दिसंबर को मटकोर और 6 दिसंबर को राम जानकी मंदिर 12 छत बीघा मैदान में विवाह समारोह का आयोजन होगा।
विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष एवं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के संरक्षण में होने वाले आयोजन में प्रमुख रूप से नरेंद्र बिंदल, रघुनाथ शाह, राम प्रकाश मिश्र, रमेश मिश्र व राजकिशोर सिंह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वहीं चंपत राय ने बताया कि बरात में रास्ते में भी बराती शामिल होंगे। तिरुपति के 40 वैदिक ब्राह्मण विवाह के कर्मकांड संपन्न कराएंगे। वे सीधे जनकपुर पहुंचेंगे। बरात आठ दिसंबर को जनकपुर से अयोध्या के लिए प्रस्थान करेगी। उन्होंने बताया कि इस बार की रामबरात कई मायनों में खास होने वाली है।
अयोध्या से लेकर जनकपुर तक उल्लास छाया है। यह रामबरात 2004 से पांच वर्ष के अंतराल पर जाती रही है, लेकिन इस वर्ष रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली रामबरात के चलते उत्साह कई गुना अधिक है। बरात कारसेवकपुरम में महायज्ञ की परिक्रमा करते हुए मणिरामदास की छावनी से लता चौक होते हुए प्रस्थान करेगी।
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