कासगंज: अग्निशमन व्यवस्था भगवान भरोसे, झांसी जैसा कांड हुआ तो जान बचाना होगा मुश्किल
विशेष सतर्कता अभियान के दौरान खुल गई अग्निशमन व्यवस्था की पोल
कासगंज, अमृत विचार। कासगंज जिले में अग्निशमन सुरक्षा के कोई खास इंतजाम नहीं हैं। यहां कोई घटना हो गई तो जान बचाना मुश्किल हो जाएगा। झांसी में हुई घटना के बाद कासगंज में भी विशेष सतर्कता बरती गई और चेकिंग अभियान चलाया गया तो पता चला कि बहुमंजिला इमारत में संचालित होटल और निजी अस्पताल काफी हद तक मानक पूरे नहीं कर रहे हैं। यहां तक कि जिला अस्पताल में भी कुछ मानक पूरे नहीं हैं। इसको लेकर संबंधितों को नोटिस और सुझाव दे दिए गए हैं। मामले में संवेदनशीलता काफी बढ़ा दी गई है।
बहुमंजिला भवनों में आग का खतरा बना रहता है। जब जब अग्निकांड की बड़ी घटनाएं हुई है तो कासगंज सदैव कार्रवाई के निशाने पर रहा है, क्योंकि अग्निशमन यंत्रों का कोई ध्यान नहीं रखा जाता है। जिम्मेदार नोटिस भी जारी करते हैं और कार्रवाई की चेतावनी देते हैं। फिर भी बहुमंजिला इमारत वाले संचालक अपनी मनमानी से बाज नहीं आते। अब जब झांसी में घटना हुई है तो कासगंज में जांच की गई। सरकारी और निजी अस्पताल में अग्निशमन के मानक परखे गए। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और होटलों पर भी जांच की गई तो पता चला कि अधिकांश स्थानों पर मानक पूरे ही नहीं थे। इन सभी को नोटिस जारी कर दिए गए हैं।
कोल्ड स्टोरेज में भी नहीं हैं इंतजाम
कोल्ड स्टोरेज में अग्निशमन यंत्र अनिवार्य कर दिए गए हैं। ढाई साल पहले की गई अनिवार्यता के बाद भी कासगंज में 80 फीसद से अधिक कोल्ड स्टोरेज स्वामी गंभीर नहीं हैं। अग्निशमन यंत्र न लगाने पर अग्निशमन विभाग ने उन्हें नोटिस दिया है।कोल्ड स्टोरेज स्वामियों को ढाई साल पहले शासनादेश के निर्देशों के क्रम में अग्निशमन विभाग ने पत्र जारी किया कि वे पानी की पंप, पाइप और अन्य अग्निशमन यंत्र अपने कोल्ड स्टोरेज में लगा लें। इसके लिए उन्हें छह महीने की छूट भी दी गई थी। उस दौरान कोल्ड स्टोरेज की निगरानी के लिए उद्यान विभाग ने अग्निशमन विभाग का अनापत्ति प्रमाण कोल्ड स्टोरेज स्वामियों से मांगा, लेकिन वे अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दे सके। तब अग्निशमन विभाग ने उनसे शपथ पत्र लिया। उसके बाद अनापत्ति प्रमाण पत्र दे दिया, लेकिन शपथ पत्र देने के बावजूद भी कोल्ड स्टोरेज स्वामी अब तक अग्निशमन यंत्र नहीं लगा पाए हैं। अग्निशमन विभाग ने नोटिस जारी कर दिए हैं। साथ ही चेतावनी दी है कि जल्द ही अग्निशमन यंत्र न लगे तो कार्रवाई होगी। विभाग उन्हें बिना अग्निशमन यंत्र के अनापत्ति प्रमाण पत्र भी नहीं देगा। आंकड़े की नजर से
आंकड़े की नजर से
- 14 कोल्ड स्टोरेज हैं जिले में
- 02 कोल्ड स्टोरेज ही पूरे कर रहे मानक
होटल संचालक पूरे नहीं कर रहे हैं मानक
जांच में पाया गया है कि शहर में नामचीन होटल संचालक मानक पूरे नहीं कर रहे हैं। अग्निशमन विभाग की ओर से नोटिस जारी कर दिए गए हैं और चेतावनी दी गई है कि यदि मानक पूरे न हुए तो होटल सील कर दिया जाएगा।
कारगर नहीं है फायर हाइड्रेंट पॉइंट
कासगंज नगर पालिका क्षेत्र में बने फायर हाइड्रेंट पॉइंट कारगर नहीं हैं। अग्निशमन विभाग को नोवा फैक्ट्री और राजकोट स्टोरेज से पानी की आस रहती है।
आखिर कैसे पाएं काबू
जिले में अग्निशमन विभाग की स्थिति काफी दयनीय है। कासगंज मुख्यालय पर बना अग्निशमन केंद्र अस्थाई भवन में है। जो जर्जर हो चुका है। यहां मात्र दो दमकल वाहन हैं, जबकि पटियाली का अग्निशमन केंद्र संचालित है और वहां एक दमकल वाहन है। सहावर के अग्निशमन केंद्र के लिए भेजा गया प्रस्ताव अभी शासन में लंबित है। बार-बार पत्राचार के बावजूद भी इस केंद्र को मंजूरी नहीं मिल पा रही। ऐसे में अधिकारी बेवस दिखाई दे रहे हैं।
जानिए क्या बोले अधिकारी
सीएमओ डॉ. राजीव अग्रवाल ने बताया कि जिले में कई अस्पताल अग्निशमन के मानक पूरे नहीं कर रहे हैं।इन सभी को नोटिस जारी कर दिया गया है और चेतावनी दी गई है कि जल्द ही मानक पूरे न किए गए तो सख्त कार्रवाई कर दी जाएगी। आर के तिवारी, मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि विशेष अभियान चलाया गया है। झांसी की घटना को लेकर शासन से निर्देश मिले हैं। विशेष कार्रवाई की जा रही है जो भवन संचालक मानकों का पालन नहीं कर रहे हैं उन्हें नोटिस दिए जा रहे हैं।