कानपुर में जेल भेजे गए बायोलॉजी और केमिस्ट्री शिक्षक के समर्थन में उतरे छात्र-छात्राएं...कोचिंग मंडी में बैठकर बोले- वी वांट जस्टिस
कानपुर, अमृत विचार। कल्याणपुर थानाक्षेत्र में फतेहपुर की रहने वाली नीट छात्रा को बंधक बनाकर दुष्कर्म करने और ब्लैकमेलिंग के मामले में जेल भेजे गए नामचीन बायोलॉजी शिक्षक साहिल सिद्दिकी और केमिस्ट्री के शिक्षक विकास पोरवाल के समर्थन में बुधवार शाम सैकड़ों छात्र-छात्राएं सड़क पर नारेबाजी करते हुए बैठ गए।
वह लोग एक स्वर में वी वांट जस्टिस कहकर अपनी मांग रख रहे थे। इस दौरान सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन लोगों को काफी देर तक समझाया। जिसके बाद वह लोग वहां से हट गए। मालूम हो कि दोनों आरोपी जेल में हैं, और पीड़िता के बयान भी दर्ज हो चुके हैं। अब विवेचना तेजी से आगे बढ़ रही है।
बुधवार शाम करीब सात बजे सैकड़ों छात्र-छात्राएं काकादेव कोचिंग मंडी में नारेबाजी करते हुए सड़क पर बैठ गए। उन लोगों का कहना था कि शिक्षकों को साजिश के तहत दुष्कर्म मामले में फंसाकर जेल भेजा गया है। इससे मेडिकल की तैयारी कर रहे सैकड़ों मेडिकल छात्र-छात्राओं का भविष्य प्रभावित हो रहा है।
दोनों शिक्षकों के जेल जाने के बाद पढ़ने वाले छात्र लाखों रुपये फीस जमा करने के बाद भी सड़क पर आ गए हैं। इससे आक्रोशित छात्र सड़क पर उतर आए। वह लोग वी वांट जस्टिस साहिल सर और विकास सर को जेल से रिहा करो के नारे लगा रहे थे।
सूचना पर काकादेव इंस्पेक्टर मनोज सिंह भदौरिया फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। छात्रों को समझाया कि दुष्कर्म के आरोप में दोनों शिक्षकों को जेल भेजा गया है। अगर किसी मुद्दे पर अपनी बात रखनी है, तो शांतिपूर्वक ज्ञापन दीजिए। इस तरह से विरोध प्रदर्शन ठीक नहीं है। इसके बाद से आक्रोशित छात्र शांत हुए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारी अलर्ट हो गए।
एडीसीपी सेंट्रल महेश कुमार ने बताया कि दोनों शिक्षकों पर बेहद गंभीर आरोप है। अगर कोई साजिश के तहत उन्हें बचाने या फिर पूरे मामले को डायवर्ट करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
छात्रों को भी आरोपी शिक्षकों को लेकर अगर कोई अपनी बात रखनी है, तो शांतिपूर्वक ज्ञापन देकर अपनी बात रख सकते हैं। अगर सड़क पर उतरे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।