हरिद्वार जिला अस्पताल में निराश्रित मरीज की पिटाई, आरोपी स्वास्थ्य कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी

हरिद्वार जिला अस्पताल में निराश्रित मरीज की पिटाई, आरोपी स्वास्थ्य कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी

हरिद्वार, अमृत विचार। हरिद्वार जिला अस्पताल में एक स्वास्थ्य कर्मी द्वारा निराश्रित वार्ड में भर्ती मरीज की पिटाई का मामला सामने आया है। यह घटना बृहस्पतिवार रात की है, जब अस्पताल में तैनात करन नामक स्वास्थ्य कर्मी ने शराब के नशे में आकर न केवल अस्पताल के अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की, बल्कि निराश्रित वार्ड में भर्ती मरीज के साथ भी विवाद कर लिया। गुस्साए करन ने मरीज की बुरी तरह पिटाई की, जिससे अस्पताल में यह मामला चर्चा का विषय बन गया।

पुलिस की तहरीर और अस्पताल प्रशासन की कार्रवाई

सूत्रों के अनुसार, करन को अस्पताल प्रबंधन द्वारा निराश्रित वार्ड में भर्ती मरीजों की देखरेख के लिए तैनात किया गया था, और उसे मानदेय चिकित्सक और स्वैच्छिक अंशदान से दिया जाता था। हालांकि, बृहस्पतिवार की रात करन ने नशे की हालत में अस्पताल में हंगामा किया और न सिर्फ स्वास्थ्य कर्मियों से मारपीट की, बल्कि मरीज के साथ भी दुर्व्यवहार किया।

मामले के सामने आने के बाद अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. विजयेश भारद्वाज ने इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि अस्पताल में किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और पूरा मामला जांच के दायरे में है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर जांच में यह साबित होता है कि करन ने मरीज के साथ मारपीट की है, तो उसे तुरंत हटा लिया जाएगा और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

चिकित्सा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता

यह घटना अस्पताल की व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता को उजागर करती है, जहां एक स्वास्थ्य कर्मी द्वारा नशे की हालत में मरीजों के साथ दुर्व्यवहार किया गया। अस्पताल प्रशासन को इस मामले की गंभीरता से जांच करते हुए यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और अस्पताल के कर्मचारियों पर सख्त अनुशासन लागू किया जाए, ताकि मरीजों को सुरक्षित और सम्मानजनक इलाज मिल सके। 

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