प्रेमिका की मदद से बिजनौर पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था फहीम उर्फ एटीएम
बीती 5 मई को हत्या के मामले में पेशी पर लाया गया था मुरादाबाद कोर्ट, यूपी समेत आठ राज्यों में 66 मुकदमे दर्ज हैं कुख्यात अपराधी फहीम पर
मुरादाबाद, अमृत विचार। शातिर फहीम उर्फ एटीएम दो साल पहले बिजनौर पुलिस को चकमा देकर फरार हो चुका है। बीमार पत्नी से मिलने का बहाना करके पाकबड़ा क्षेत्र में रहने वाली प्रेमिका के पास पहुंचा और वहां से पुलिस वालों को चकमा देकर फरार हो गया था। बाद में पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। बिजनौर जेल से फहीम को प्रशासनिक आधार पर सीतापुर जेल भेज दिया गया था, जहां से उसने अपनी बीमारी का बहाना बनाकर पैरोल हासिल कर ली और फिर वापस ही नहीं लौटा। एसटीएफ उसे एक साल से तलाश रही थी।
कुख्यात अपराधी फहीम उर्फ एटीएम साल 2022 में जनपद बिजनौर जेल में बंद था। वहां से 5 मई 2022 को हत्या के मामले में उसे पेशी के लिए मुरादाबाद कोर्ट में लाया गया था। बिजनौर पुलिस लाइन में तैनात सिपाही दिनेश और राहुल बस से उसे लेकर आए थे। यहां उस दिन उसी पेशी नहीं हो पाई थी। इसके बाद पुलिस उसे वापस लेकर जा रही थी कि इस बीच फहीम ने अपने शातिर दिमाग का इस्तेमाल करते हुए दोनों सिपाहियों को पार्टी का प्रलोभन दिया और कहा कि वह अपनी बीमार पत्नी आयशा को देखना चाहता है, उससे मिलवा दो। दोनों सिपाही उसके झांसे में आ गए और उसे लेकर बिजनौर जाने की बजाय पाकबड़ा के हाशमपुर चौराहा स्थित एक घर में चले गए। वह घर फहीम उर्फ एटीएम की प्रेमिका का था।
वहां दोनों सिपाहियों को कमरे के बाहर हॉल में बैठाकर उन्हें पकवान और शराब परोसा। बाद में पत्नी से मिलने की बात कहकर कमरे में गया और फिर पत्नी आयशा के साथ पीछे के दरवाजे से फरार हो गया। दोनों सिपाही उसे देखते रह गए। लगभग तीन घंटे तक खुद तलाश करने के बाद दोनों पुलिसकर्मियों ने थाना पुलिस को सूचना दी थी। इसके बाद पुलिस टीम उसकी तलाश में जुट गई थी। उस समय एडीजी ने उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख का इनाम घोषित किया था। बाद में 17 जून 2022 को पुलिस ने उसे मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके बाद से वह अलग-अलग जेल में बंद था। बिजनौर जेल से उसे प्रशासनिक आधार पर सीतापुर जेल भेजा गया था। वहां से पैरोल पर आने के बाद फरार हो गया था।
उन्होंने बताया कि फहीम के खिलाफ उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के थाने के अलावा आठ राज्यों में 66 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें लूट, हत्या, चोरी, रंगदारी वसूलने संबंधी गंभीर आपराधिक मामले शामिल हैं। फहीम कुख्यात शार्प शूटर भी है और वह भाड़े पर हत्याएं भी करता है।
गलशहीद में हिस्ट्रीशीटर की हत्या में था वांछित
कुख्यात बदमाश फहीम उर्फ एटीएम पर आरोप है कि उसने साल 2011 में गलशहीद थाना क्षेत्र में दो हत्याकांड को अंजाम दिया था। जिसमें एक हत्या लंगड़े की पुलिया निवासी नौशे उर्फ लंगड़ा की हुई थी। नौशे भी गलशहीद थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश था। उसी के नाम से गलशहीद के असालतपुरा के एक स्थान को लंगड़े की पुलिस के नाम से ही आज भी जाना जाता था। उस समय गलशहीद थाने में मुकदमा अपराध संख्या 167/2011 दर्ज हुआ था। इसी मामले में फहीएम एटीएम सीतापुर जेल में बंद था और उसका मुकदमा कोर्ट में विचाराधीन है। वहीं से पैरोल पर आने के बाद वह फरार हो गया था। इसीलिए हत्या के मामले में ही उसे फरार घोषित कर डीजीपी ने 2 लाख 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में काट रहा था फरारी
एसटीएफ के इंस्पेक्टर राकेश चौहान ने बताया कि जनपद सीतापुर जेल से पैरोल पर पूरी होने के बाद वापस जेल में न जाने के बाद फहीम उर्फ एटीएम सीधा कर्नाटक के बेंगलुरू पहुंच गया था। जहां से वह छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश भी गया था। उसने इन राज्यों में फरारी काटी। इस दौरान उसने अलग-अलग राज्यों में लूट और हत्या जैसी गंभीर वारदातों को अंजाम दिया। एसटीएफ बरेली यूनिट की टीम ने उसे गलशहीद थाना क्षेत्र से शुक्रवार की रात गिरफ्तार कर लिया।
इंस्पेक्टर राकेश चौहान ने बताया कि पुलिस पूछताछ में आरोपी फहीम उर्फ एटीएम ने बताया कि सीतापुर जेल से पैरोल पर बाहर आने के बाद वह कर्नाटक के बेंगलुरू, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में फरारी काट रहा था। वहां उसने घूम-घूम कर चोरी, लूट और डकैती जैसी कई वारदातों को अंजाम भी दिया। उन्होंने बताया कि फहीम उर्फ को गिरफ्तार करने में एसटीएफ बरेली यूनिट के दरोगा धूम सिंह, दरोगा हरिओम, मुख्य आरक्षी मनोज कुमार और आरक्षी राहुल सिंह भी शामिल रहे। इंस्पेक्टर एसटीएफ राकेश सिंह ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद गलशहीद पुलिस ने शनिवार को कुख्यात फहीम का जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराने के बाद न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
जेल में पड़ा था कुख्यात फहीम का नाम एटीएम
एसटीएफ इंस्पेक्टर राकेश चौहान ने बताया कि कुख्यात फहीम हत्या और लूट के कई संगीन वारदातों को अंजाम दे चुका है। फहीम के खिलाफ आठ राज्यों में मुकदमे दर्ज हैं। जेल में लग्जरी लाइफ स्टाइल से रहने और जेल में रहने के बावजूद अवैध वसूली करने के लिए फहीम कुख्यात है। जेल में रहने के दौरान भी वह अवैध वसूली की रकम को मंगा लेता था। इसी के कारण उसे जेल में रहने वाले अन्य अपराधी एटीएम के नाम से बुलाने लगे और बाद में वह फहीम एटीएम के नाम से कुख्यात हो गया।
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