बहराइच हिंसा: 10 दिन बाद भी नहीं सुधरे हालात, जगह जगह पुलिस के साथ PAC जवान तैनात
बाजार में पहले जैसी नहीं दिख रही रौनक
बहराइच, अमृत विचार। हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज बाजार में बीते रविवार को मूर्ति विसर्जन जुलूस पर पथराव और फायरिंग के बाद उपद्रव हो गया था। जिसको लेकर 10 दिन बीत गए हैं। लेकिन अभी भी पुलिस और पीएसी जवान तैनात हैं। हालत पूर्व की भांति नहीं हो सके हैं। कुछ लोग बाजार में चहल कदमी करते दिख रहे हैं।
हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज बाजार में 10 दिन पूर्व बीते रविवार को मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान पथराव हो गया था। इसके बाद हुई फायरिंग में राम गांव थाना क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव निवासी राम गोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद जमकर हिंसा हुई थी। लोगों ने वाहनों में आग लगाने के साथ कई मकानों में तोड़फोड़ की थी। हालात बेकाबू देख लखनऊ से एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश हेलीकॉप्टर से जिले में आए थे।
इसके बाद हालात पर काबू पाया जा सका था। घटना को नौ दिन बीत गए हैं। लेकिन अभी पहले जैसी चहल पहल सड़क पर नहीं दिख रही है। इक्का दुक्का लोग ही सड़क पर दिख रहे हैं। इनकी गिनती भी की का सकती है। जबकि आम लोगों की सुरक्षा के लिए महराजगंज के अलावा आसपास के गांवों में पुलिस और पीएसी जवानों के साथ लखनऊ एसटीएफ के जवान भी तैनात हैं। इसके बाद भी लोगों का विश्वास आगे नहीं बढ़ रहा है। इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक नगर रामानंद कुशवाहा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि स्थिति सामान्य है। पूरी तरह से स्थिति सामान्य होने में एक दो दिन लग सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोग बिना भय के अपना काम करें।
मृतक के गांव में भी लगी पुलिस
राम गांव थाना क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव निवासी मृतक राम गोपाल मिश्रा के गांव में जगह जगह पुलिस और पीएसी के जवान तैनात हैं। सोमवार को भी गांव में मीडिया और दूसरे गांव के लोगों को प्रवेश नहीं दिया गया है।
अब तक 110 लोगों की हुई गिरफ़्तारी
हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज बाजार में बीते रविवार को हुए हिंसा में पुलिस ने हिंसा के आरोपियों की गिरफ्तारी की है। मुख्य आरोपी और उसके पिता, ग्राम प्रधान पति समेत 110 लोगों की गिरफ्तारी अब तक पुलिस ने की है।
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