लकड़ी से नहीं, इलेक्ट्रिक मशीन से दाह संस्कार करेंगे, सिर्फ फर्ज निभाएंगे'...पुलिस के कहने पर पिता को कंधा देने आए बेटे: कानपुर में पत्नी की हत्या कर पति ने खुद भी दी थी जान

लकड़ी से नहीं, इलेक्ट्रिक मशीन से दाह संस्कार करेंगे, सिर्फ फर्ज निभाएंगे'...पुलिस के कहने पर पिता को कंधा देने आए बेटे: कानपुर में पत्नी की हत्या कर पति ने खुद भी दी थी जान

कानपुर, अमृत विचार। मां की हत्या करने वाले पिता को कंधा देने की इच्छा नहीं थी। पुलिस के बार-बार कहने पर पोस्टमार्टम चले आए। वारिस होते हुए लावारिस में अंतिम संस्कार न हो, इसलिए फर्ज निभाएंगे। लकड़ी व रीति रिवाज नहीं देखना है।

इलेक्ट्रिक मशीन से दाह करूंगा। यह कहकर गुजैनी थानाक्षेत्र के पिपौरी गांव निवासी प्रहलाद सैनी के दोनों बेटे सतेंद्र व सुरेंद्र पोस्टमार्टम हाउस में फफक पड़े। कहा पिता को जमीन बेचने की इस कदर सनक चढ़ी थी कि विरोध करने पर मां को मौत के घाट उतार दिया। 

बर्रा के पिपौरी गांव अर्शा नगर नई बस्ती निवासी प्रहलाद सैनी के बेटे सुरेंद्र ने बताया कि पिता 52 वर्षीय मां शशि के रहते थे। इसी मकान में उनका भाई सतेंद्र भी अपनी पत्नी पूजा व दो बच्चों के साथ रहता है। जबकि वह पत्नी खुशबू व तीन बच्चों के साथ दामोदरनगर में रहते हैं।

सुरेंद्र के अनुसार पिता प्रहलाद के पास कोई कमाई का जरिया नहीं था, इसलिए प्लाट बेचना चाहते थे। मां विरोध करती और कहती कि दोनों बेटों को ही प्रापर्टी देंगी। प्लाट को लेकर ही बीते बुधवार सुबह भी उनके बीच झगड़ा हुआ और पिता ने कुल्हाड़ी से मां शशि की हत्या कर दी।

इसके बाद ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। गंभीर रूप से घायल पिता को पुलिस ने हैलट में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान पिता की भी शनिवार रात मौत हो गई। सतेंद्र व सुरेंद्र और उनकी पत्नियों ने प्रहलाद को घर में न घुसने देने की बात कही थी।

पुलिस ने जब प्रहलाद की मौत की खबर दोनों बेटों को दी तो उन्होंने कंधा देने से भी मना कर दिया। इस पर पुलिस के काफी समझाने पर दोनों बेटे कंधा देने को राजी हुए और रविवार सुबह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। 

परिवार के अन्य सदस्यों को नहीं लाए 

सतेंद्र व सुरेंद्र पोस्टमार्टम हाउस पर अपनी पत्नियों और बच्चों को नहीं लाए। पोस्टमार्टम हाउस पर पुलिस ने इसका एक बार जिक्र किया तो दोनों बोले कि यहीं से अर्थी सीधे घाट ले जाएंगे। परिजनों को चेहरा भी नहीं दिखाना है। सतेंद्र ने कहा कि पिता को सिर्फ अपनी चिंता थी। कहते थे कि प्लाट बेचकर बुढ़ापा आराम से कट जाएगा। सतेंद्र की तहरीर पर पुलिस ने पिता के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था।