रामपुर : गीदड़ के लिए लगाए फंदे में फंसा तेंदुआ, ग्रामीण पर किया हमला...वन विभाग की टीम ने कांबिंग कर पकड़ा
सूचना मिलने पर टांडा के जंगल में पहुंची वन विभाग की टीम, तेंदुआ पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

जाल बिछाकर तेंदुए को पकड़ते वन कर्मी।
रामपुर, अमृत विचार। क्षेत्र के गांव करखेड़ा के जंगल में गीदड़ और खरगोश को पकड़ने के लिए लगाए गए फंदे में तेंदुए के फंसने से रविवार सुबह ग्रामीणों में दहशत फैल गई। वीडियो बना रहे एक ग्रामीण को तेंदुए ने हमला कर घायल कर दिया। सूचना पर पुलिस व वन विभाग की टीम तेंदुए की तलाश में जुट गई। उसे पकड़ने के लिए धान के खेत में जाल बिछाया गया। ट्रेंकुलाइजर की सहायता से वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ लिया। टीम उसे पीलीभीत के जंगल में छोड़ने के लिए ले गई। तेंदुआ पकड़े जाने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
थाना क्षेत्र के गांव करखेड़ा निवासी एक ग्रामीण रविवार सुबह 8 बजे पशुओं के लिए चारा लेने खेत पर गया था। वहां उसे गन्ने के खेत के पास फंदे में फंसा तेंदुआ दिखा। इसकी जानकारी मिलते ही ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए। भीड़ को देख तेंदुए ने जोर लगाकर फंदे की जंजीर तोड़ दी और मोबाइल से वीडियो बना रहे एक स्कूल के प्रबंधक शकील पर हमला कर दिया। लोगों के शोर मचाने पर तेंदुआ भागकर धान के खेत में छिप गया। इस बीच सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी। इस पर डीएफओ राजीव कुमार वन विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तेंदुए को पकड़ने के लिए जेसीबी से कांबिंग शुरू कर दी। वन विभाग की टीम ने धान के खेत में जाल बिछाया। निगरानी के लिए ड्रोन का प्रयोग भी किया।
टांडा नगर पालिका से जेसीबी और एक स्काई लिफ्ट मंगाई गई। इस पर पीलीभीत से आए डॉ. दक्ष गंगवार सहित टीम के अन्य सदस्य सवार होकर तेंदुए की तलाश करने लगे। तेंदुआ धान के खेत से गन्ने के खेत में घुस गया। टीम ने गन्ने के खेत में उसे तलाश किया। डॉ. दक्ष ने ट्रेंकुलाइजर गन से उसके शरीर पर डार्ट का निशाना साधकर उसे मूर्छित कर दिया। इसके बाद चिकित्सक ने उसे एक और इंजेक्शन लगाया। पूरी तरह बेहोश होने के बाद टीम तेंदुए को पिंजरे में कैद करके पिकअप से पीलीभीत ले गई। रेस्क्यू ऑपरेशन में डीएफओ राजीव कुमार के अलावा वन क्षेत्राधिकारी ओमप्रकाश राम, रेंजर शिव शंकर यादव, बलविंदर सिंह, शिवम, शील कुमार, कुंदन सिंह भंडारी, प्रदीप कुमार आदि शामिल रहे।
9 घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन
तेंदुआ दिखाई देने के बाद ग्रामीणों में हलचल मच गई। धीरे-धीरे करके यह खबर आसपास के गांवों में भी फैल गई। जानकारी मिलने के बाद डीएफओ टीम के साथ मौके पहुंच गए। इसके बाद कांबिग शुरू की गई। करीब 9 घंटे की मेहनत के बाद तेंदुए को पकड़ लिया गया।
मसवासी और स्वार में भी पकड़े जा चुके हैं तेदुएं
काफी समय से मसवासी, स्वार, टांडा और दढ़ियाल में तेंदुए की आवाजाही देखी जा रही है। इससे ग्रामीणों में दहशत बनी है। स्वार, मसवासी और दढ़ियाल में तेंदुआ देखे जाने के बाद लोगों ने खेतों पर जाना छोड़ दिया था। वन विभाग की टीम ने पिंजरा लगाकर तेंदुए को पकड़ा था।
ग्राम करखेड़ा में तेंदुए की सूचना पर सर्च अभियान चलाया गया। 9 घंटे की मशक्कत के बाद ट्रेंकुलाइजर की मदद से वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ लिया। उपचार के बाद उसे पीलीभीत के वन में छोड़ा जाएगा।- राजीव कुमार, डीएफओ
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