बंदरों का आतंक, वन विभाग ने खड़े किए हाथ

हैदरगढ़, बाराबंकी: अमृत विचार। कस्बे में बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण कस्बावासी परेशान हैं। फिर भी प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
लंबे समय से पूरे कस्बे में बंदरों का आतंक है। आये दिन बंदर हमला कर लोगों को घायल कर देते हैं। बुधवार की दोपहर ब्राह्मनान वार्ड के पूर्व सभासद अयूब खान अपनी लकड़ी के ठेके पर बैठे हुए थे कि तभी बंदर ने हमला बोलकर उन्हें घायल कर दिया। इससे पूर्व भी नगर के लिल्हौरा वार्ड में लगभग एक पखवारे तक आतंक का पर्याय बने रहे बन्दर द्वारा दर्जनों बच्चों बूढ़ों को काटकर घायल कर चुका था।
मामले में शिकायत के बाद वन विभाग द्वारा हाथ खड़े कर लिए गए थे और बंदर पकड़ने के काम को नगर प्रशासन का काम बताते हुए वहां पर शिकायत करने की सलाह दी थी। बंदर के आतंक से आजिज वार्ड वासियों द्वारा सामूहिक प्रयास करके इस बंदर को अपने मोहल्ले से खदेड़ दिया गया था। आतंक के पर्याय बने बंदरों के झुंड सुबह 5 बजे से ही लोगों के घरों में आतंक मचाना शुरू कर देते हैं। छत पर फैले हुए कपड़े फाड़ देते हैं। यही नहीं कमरों में घुसकर खाने पीने की वस्तुओं को भी उठा ले जाते हैं।