Unnao: तेजी से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर, प्रशासन कर रहा नजरअंदाज, तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की बढ़ी मुसीबतें
शुक्लागंज, उन्नाव, अमृत विचार। पश्चिमी बांधों से छोड़े गए पानी के कारण गंगा का जलस्तर शनिवार को चेतावनी बिंदु को पार कर गया है। गंगा का जलस्तर अब 112.130 मीटर दर्ज किया गया है, जो चेतावनी बिंदु से 13 सेंटीमीटर ऊपर है। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। इस स्थिति के चलते तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोग गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश के कारण पश्चिमी बांधों से प्रतिदिन कई हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप शुक्लागंज क्षेत्र में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। कई क्षेत्र जैसे कर्बला, हुसैन नगर, शाही नगर, सैयद कंपाउंड, चंपा पुरवा, तेजी पुरवा, श्री नगर, गंगा नगर, शक्ति नगर, मनसुख खेड़ा और गगनी खेड़ा में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है।
स्थानीय निवासियों को अपनी गृहस्थी का सामान छतों पर उठाकर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है। प्रशासन ने स्थिति को गंभीरता से नहीं लिया है। नवीन बाढ़ केंद्र का ताला खोले जाने के बावजूद, कोई भी प्रशासनिक अधिकारी प्रभावित इलाकों का दौरा करने नहीं पहुंचा है।
इसके अलावा, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की बिजली भी काफी समय से बंद है, जिससे निवासियों को अंधेरे में रात बितानी पड़ रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन ने बाढ़ से बचाव के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है, जिसके चलते उन्हें असीमित कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार, गंगा का जलस्तर और बढ़ने की संभावना है।
बाढ़ केंद्र में नहीं है कोई सुविधा
प्रशासन ने मिश्रा कॉलोनी स्थित नवीन बाढ़ केंद्र का ताला तो खुलवा दिया है लेकिन अंदर कमरों में ताला लगा था। इसके साथ ही प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा मौके पर मौजूद नहीं था।