कासगंज: महिला अधिवक्ता मोहिनी हत्याकांड का खुलासा: मुकदमे की रंजिश के चलते की थी हत्या, दो आरोपी गिरफ्तार, दो फरार
कासगंज, अमृत विचार। महिला अधिवक्ता मोहनी हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। अब तक जेल भेजे गए नामजद आरोपियों के बाद मामले में अब नया मोड़ आया है। पुलिस ने एक महिला सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि जलसाजी करके महिला अधिवक्ता को बुलाकर अन्य दो साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी और शव को नहर में फेंक दिया था।
मामला मुकदमे की पुरानी रंजीत से भी पुलिस ने जोड़ा है। हत्या की साजिश रचने वाले फरार आरोपी पर पुराने मुकदमे को लेकर आरोप पुलिस द्वारा तय किया गया है। जो भी हो अब कुछ अटकलों पर विराम लग गया है तो कुछ अटकलें अभी और भी बढ़ गई है। बीते दिनों न्यायालय के मुख्य द्वार से महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई। शव को नहर में फेंक दिया गया। महिला अधिवक्ता के पति बृजतेन्द्र तोमर ने पांच अधिवक्ता और एक विधि छात्र के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई।
पुलिस ने सभी छह नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन घटना का कारण स्पष्ट नहीं किया। क्योंकि पुलिस घटना के सही कारण तक उस समय नहीं पहुंच पाई थी। दावा किया जा रहा था कि जल्द ही सही खुलासा कर दिया जाएगा और इसी खुलासे में पुलिस जुटी हुई थी। नतीजा रहा कि अब पुलिस ने खुलासा करते हुए महिला और एक अन्य हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
जबकि दो आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार किया है। एटा जिले के गांव वनथल निवासी बॉबी कुमार और कासगंज के थाना अमापुर के गांव खुशकारी की रेनू को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों ने पुलिस को यह बताया है कि रेनू और फरार चल रहे सिढ़पुरा के गांव कलानी निवासी रजत नाम के व्यक्ति से शादी करने के बहाने एटा जिले के गांव बागवाला निवासी सुनील कुमार ने मोहिनी तोमर को न्यायालय के द्वार पर बुला लिया और उसे नहर किनारे ले जाकर हत्या कर शव नहर में फेंक दिया था। आरोपियों ने पुलिस को यह भी बताया है कि सुनील ने यह सब एक पुराने मुकदमे की रंजिश के कारण किया और हत्या की साजिश भी सुनील ने ही रची थी। वहीं इसका मुख्य आरोपी है।
तो क्या अधिवक्ताओं को मिलेगी राहत
पुलिस ने इस घटना का खुलासा कर दिया है। मामले में पांच अधिवक्ता और एक विधि छात्र जेल में है। अब घटना के बाद खुलासे में आए नए मोड़ से लोगों में चर्चा है कि अब जेल में बंद अधिवक्ता और विधि छात्र को क्या राहत मिल सकेगी। हालांकि, निर्णय न्यायालय को देना है और न्यायालय के अगले निर्णय पर लोगों की निगाह टिकी हुई है।
शहर में हो रही चर्चा
इस हत्याकांड के खुलासे के बाद शहर में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। कुछ लोग इस खुलासे को खाना पूर्ति बता रहे हैं तो कुछ लोग इसे पुलिस की बड़ी सफलता बता रहे हैं। हालांकि, जो भी हो लेकिन सच्चाई अब न्यायालय में प्रस्तुत तथ्यों के बाद ही सामने आ सकेगी।
महिला अधिवक्ता हत्याकांड में पुलिस ने सफलता हासिल की है और घटना का खुलासा कर दिया है। दो आरोपी गिरफ्तार कर लिए हैं। जबकि दो आरोपी फरार हैं। उनकी तलाश में टीमें लगाई गई हैं।- राजेश भारती, एएसपी