मुरादाबाद: बड़ा रेल हादसा टला, कपलिंग टूटने से दो हिस्सों में बंटी किसान एक्सप्रेस

पुलिस भर्ती परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थियों ने किया हंगामा तो बस से भेजा

मुरादाबाद: बड़ा रेल हादसा टला, कपलिंग टूटने से दो हिस्सों में बंटी किसान एक्सप्रेस

मुरादाबाद, अमृत विचार। मंडल के जनपद बिजनौर में रविवार तड़के चार बजे फिरोजपुर से धनबाद जा रही किसान एक्सप्रेस ट्रेन कपलिंग टूटने की वजह से दो हिस्सों में बंट गई। इंजन से जुड़ी 14 बोगियां तो इंजन के साथ आगे बढ़ती रहीं और पीछे की आठ बोगियां रेलवे ट्रैक पर कुछ देर तक बढ़ने के बाद रुक गईं। ट्रेन में बड़ी संख्या में यूपी पुलिस भर्ती के परीक्षार्थी सवार थे। पुलिस और रेलवे अधिकारियों ने उन्हें बस से रवाना किया। गनीमत रही कि बड़ा हादसा होने से बच गया।

घटना जनपद बिजनौर के धामपुर के चकराजमल के पास रविवार तड़के हुई। धनबाद से फिरोजपुर जाने वाली किसान एक्सप्रेस के आठ बोगियां चकराजमल और स्योहारा के बीच कटकर पीछे रह गईं। जबकि 14 बोगियां इंजन के साथ आगे निकल गईं। बोगियां अलग होते ही ट्रेन में सवार लोगों में हड़कंप मच गया। ट्रेन से कटे कोच में पुलिस भर्ती परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थियों ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्हें मुरादाबाद और बरेली में भर्ती परीक्षा देने जाना था। सूचना पर पहुंचे एसपी पूर्वी धर्म सिंह मार्छल और रेलवे अधिकारियों ने अभ्यर्थियों को बस से रवाना कराया। अधिकारियों ने बताया कि मुरादाबाद और बरेली जा रहे पुलिस भर्ती परीक्षा के 250 बच्चे हंगामा कर रहे थे। उन्हें रोडवेज की बसों से रवाना कर दिया गया है। वहीं लोको पायलट केके रस्तोगी और उनके सहयोगी मोनू कुमार ने बताया कि एस-3 और एस-4 कोच का जोड़ टूटने से आठ कोच अलग हो गए थे। फिलहाल सभी यात्री सुरक्षित हैं और ट्रेन को आगे के लिए रवाना कर दिया गया है।

ताजा समाचार

रायबरेली : साइकिल की दुकान में लगी आग, लाखों का नुकसान
आज नहीं तो कल आतंकवादियों से मिलने की कोशिश करेंगे राहुल गांधी : संजय निषाद
कानपुरवासियों को मिली आगरा-वाराणसी वंदेभारत की सौगात; सांसद ने दिखाई ट्रेन को हरी झंडी, यहां पढ़ें ट्रेन की खासियत...
Unnao: शोभा यात्रा निकालने के साथ गणेश पंडालों में हुई पूजा-अर्चना, नम आंखों से दी गई गजानन महाराज को विदाई
'…खान, आईजी बोल रहा हूं…' जालसाज ने आईपीएस अधिकारी के नाम पर कॉल कर धमकाया, रिपोर्ट दर्ज
Unnao: तेजी से बढ़ रहा गंगा का जलस्तर, प्रशासन कर रहा नजरअंदाज, तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की बढ़ी मुसीबतें