बरेली: सादगी से अदा की गई शराफत मियां के कुल की रस्म

बरेली: सादगी से अदा की गई शराफत मियां के कुल की रस्म

बरेली,अमृत विचार। शाह शराफत मियां के कुल की रस्म गुरुवार सुबह 11 बजे सादगी से अदा की गई। सुबह से ही दरगाह के मेहमानखाने में तकरीर का कार्यक्रम चलता रहा। इसके बाद सकलैन मियां की मौजूदगी में कुल की रस्म शुरू हुई जिसमें उन्होंने ने देश में अमन-चैन और भाईचारे के साथ कोरोना वायरस के …

बरेली,अमृत विचार। शाह शराफत मियां के कुल की रस्म गुरुवार सुबह 11 बजे सादगी से अदा की गई। सुबह से ही दरगाह के मेहमानखाने में तकरीर का कार्यक्रम चलता रहा। इसके बाद सकलैन मियां की मौजूदगी में कुल की रस्म शुरू हुई जिसमें उन्होंने ने देश में अमन-चैन और भाईचारे के साथ कोरोना वायरस के खात्मे की दुआ की। इस बार कोरोना महामारी के चलते चंद लोग ही कुल की रस्म में शामिल हुए। बाकी के अकीदतमंदों ने घरों में रहकर ही कुल की रस्म अदा की।

चार रोजा उर्स के आखिरी दिन दरगाह पर सुबह 8 बजे तकरीरी प्रोग्राम का आयोजन किया गया जिसमें प्रोफेसर मेहमूद उल हसन ने शाह शराफत मियां की जिंदगी पर तकरीर की। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि इस बार जश्ने ईद मिलादुन्नबी पर घरों पर नात ख्वानी और नजरों नियाज करके सादगी से आका की आमद का जश्न मनाएं। इस मौके पर मुमताज मियां ने कहा कि फ्रांस में हाल ही में जो शाने रिसालत में गुस्ताखी की गई है उसका कड़ा विरोध करते हैं। फ्रांस सदर की कड़ी निंदा करते हैं।

कुल की रस्म ठीक 11 बजे सकलैन मियां ने अदा कराई। उर्स में बाहर के लोगों को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन के अलावा दरगाह की तरफ से भी 100 से ज्यादा वालंटियर्स लगाए गए थे। जो लोग कुल की रस्म में शामिल हुए वह कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क लगाकर ही शामिल हुए।

इस मौके पर अलहाज गाजी मियां, अलहाज मुमताज मियां, मुंताखब मियां, सादिकैन मियां, हाफिज गुलाम गौस, हाफिज जाने आलम, मौलाना मुख्तार सकलैनी, हम्जा सकलैनी, मुर्तुजा सकलैनी, इंतिखाब सकलैनी, सलमान सकलैनी, हाजी लतीफ सकलैनी, आफताब आलम, अबरार सकलैनी, इंतजार सकलैनी, मुकीत सकलैनी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

बाहर के जायरीन के लिए किया ऑनलाइन प्रसारण
कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते सकलैन मियां ने बाहर के अकीदतमंदों से इस बार उर्स में शिरकत नहीं करने की अपील की थी। इस वजह से कुल का ऑनलाइन लाइव प्रसारण यू-ट्यूब चैनल आई सकलैनी पर किया गया। इसके चलते महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, बिहार, पंजाब, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, झारखंड, आंध्र प्रदेश, बंगाल, दिल्ली आदि शहरों के अलावा गांव-कस्बों में रहने वाले अकीदतमंद उर्स की ऑनलाइन रस्म में शामिल हुए।

ताजा समाचार

इस दिन मनाई जाएगी सतुआही अमावस्या, जानिए स्नान और पूजा के शुभ मुहूर्त, ऐसे करें पूजन
अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस और उनके परिवार ने अक्षरधाम मंदिर में किए दर्शन, आज शाम पीएम मोदी डिनर होस्ट करेंगे
शाहजहांपुर: गैस सिलेंडर में लगी आग से परिवार के पांच लोग झुलसे, एक की हालत नाजुक
श्रीनगर में हुआ 38 साल बाद Special Screenings, BSF और CISF जवानों ने देखी फिल्म 
अवैध संबंध में एक और पति की चढ़ी बलि! पत्नी ने भांजे के साथ मिलकर की हत्या, ट्रॉली बैग में भरकर फेंका शव, 10 दिन पहले विदेश से आया था नौशाद
Supreme Court: पूर्व प्रशिक्षु IAS पूजा खेडकर को मिली बड़ी राहत, कोर्ट ने बढ़ाया गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण