स्वतंत्रता दिवस समारोह में ओलंपिक दल, BRO कार्यकर्ता और लखपति दीदी लाभार्थी सहित 6000 अतिथि शामिल
नई दिल्ली। देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बृहस्पतिवार को लाल किले पर आयोजित समारोह में आमंत्रित किए गए 6,000 विशेष मेहमानों में पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाला भारतीय दल, अटल नवाचार मिशन से लाभ उठाने वाले विद्यार्थी, सीमा सड़क संगठन के कर्मी और ग्राम पंचायतों के सरपंच शामिल थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को लाल किले पर झंडा फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया।
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के चिराग पासवान और जनता दल (यूनाइटेड) के ललन सिंह समेत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी दलों के नेताओं के अलावा लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी इस समारोह में उपस्थित थे। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, शिवराज सिंह चौहान, अमित शाह और एस जयशंकर आगे की पंक्ति में बैठे गणमान्य व्यक्तियों में शामिल थे। इस साल के स्वतंत्रता दिवस की थीम ‘2047 तक विकसित भारत’ है।
इस समारोह में युवाओं, आदिवासी समुदायों, किसानों, महिलाओं और अन्य विशिष्ट अतिथियों समेत विभिन्न क्षेत्रों के वे लोग शामिल हुए जिन्होंने विभिन्न सरकारी योजनाओं/पहलों की मदद से विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। अटल नवाचार मिशन और पीएम श्री योजना से लाभान्वित हुए छात्र और ‘मेरी माटी मेरा देश’ के तहत मेरा युवा भारत (माई भारत) और राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
आमंत्रित अतिथियों में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम द्वारा वित्तपोषित जनजातीय कारीगर, वन धन विकास सदस्य और जनजातीय उद्यमी तथा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभार्थी और किसान उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल रहे।
मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा), सहायक नर्स मिडवाइफ (एएनएम) और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता; निर्वाचित महिला प्रतिनिधि; ‘संकल्प’ के लाभार्थी: महिला सशक्तीकरण केंद्र, लखपति दीदी और ड्रोन दीदी पहल और सखी केंद्र योजना और बाल कल्याण समिति और जिला बाल संरक्षण इकाइयों के कार्यकर्ता भी समारोह में शामिल हुए। हाल में संपन्न पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय दल को भी समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था।
आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के तहत प्रत्येक ब्लॉक से एक अतिथि, सीमा सड़क संगठन के कार्यकर्ताओं, प्रेरणा स्कूल कार्यक्रम के छात्रों और प्राथमिकता क्षेत्र की योजनाओं में परिपूर्णता प्राप्त करने वाली ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से पारंपरिक पोशाक पहने लगभग 2,000 लोग भी इस भव्य समारोह का हिस्सा बने जिन्हें इसके लिए आमंत्रित किया गया था।
रक्षा मंत्रालय द्वारा ‘माई जीओवी’ और आकाशवाणी के सहयोग से आयोजित विभिन्न ऑनलाइन प्रतियोगिताओं के 3,000 विजेता भी इस समारोह का हिस्सा बने। देश भर के विभिन्न स्कूलों से एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) के कुल 2,000 कैडेट (सेना, नौसेना और वायु सेना विंग से) ने समारोह में भाग लिया। ये कैडेट प्राचीर के सामने ज्ञानपथ पर बैठे थे। राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के कुल 500 स्वयंसेवकों ने भी समारोह में भाग लिया।