Kannauj: पंचायती राज मंत्री ने अखिलेश के ऑफर को बताया मुंगेरी लाल के सपने, सांसद व विधायक पर भी साधा निशाना
कन्नौज (जलालाबाद), अमृत विचार। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर के निरीक्षण के लिए अनौगी स्थित निर्माणाधीन क्षेत्रीय पंचायत राज प्रशिक्षण केन्द्र का ताला तुड़वाना पड़ा। इस दौरान कमियों पर जिला पंचायत राज अधिकारी को फटकार लगाते हुए चेतावनी दी।
मंत्री का काफिला शुक्रवार की सुबह लगभग 11.41 बजे पहुंचा। यहां भवन का हस्तांतरण न होने से ताला पड़ा था, तो जिम्मेदारों ने इसे तुड़वाकर निरीक्षण कराया। बताया गया कि ठेकेदारों ने बजट न मिलने से बीच में काम छोड़ दिया है जिससे भीतर के कमरों में भी ताले पड़े थे। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने डीपीआरओ को अनदेखी व लापरवाही को लेकर जमकर फटकार लगाई। भवन की दुर्दशा पर कहा कि शासन से ग्रांट मिलने के बाद भी ऐसी हालत का जिम्मेदार कौन है। भवन व परिसर में गंदगी व जलभराव पर भी नाराजगी जताई।
कहा कि वर्ष 2016-17 में शासन से 25-25 करोड़ की लागत से बलिया, अंबेडकर नगर व कन्नौज के अनौगी में क्षेत्रीय पंचायत राज प्रशिक्षण संस्थान का निर्माण शुरू कराया गया था। सात वर्ष बाद भी यहां संचालन नहीं हो सका है। उन्होंने इसका जिम्मेदार ठहराते हुए स्थानीय विधायक व सांसद पर भी जमकर निशाना साधा। कहा कि उन्होंने अपनी जिम्मेदारी समझी होती तो शासन की योजना की यह दुर्दशा न होती।
कहा कि ठेकेदार का बकाया व न्यायालय में लंबित अन्य समस्या को लेकर भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा। सभी समस्याओं का जल्द निस्तारण संस्थान का जल्द से जल्द संचालन कराया जाएगा। सफाई कर्मियों की लापरवाही पर जल्द ही पंचायत सचिवालय में बायोमैट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था की बात कही। कहा कि पुरानी बीमारी का उपचार करने में समय लगेगा और बड़े डॉक्टर की भी जरूरत पड़ेगी।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष प्रिया शाक्य, भाजपा जिलाध्यक्ष वीर सिंह भदौरिया, बीडीओ सोनिया श्रीवास्तव, कोतवाल आलोक कुमार दुबे, एडीओ पंचायत लक्ष्मी राज यादव, सचिव प्रमोद यादव, विनीत कुमार, प्रियंका यादव सहित अन्य अधिकारी व कर्मी मौजूद रहे।
कमरों में ताला देख मंत्री ने की पूछताछ
मंत्री के आगमन से पहले अधिकारियों ने संस्थान के मुख्य गेट का ताला तुड़वाया। फिर निरीक्षण के दौरान जब मंत्री ने कमरों में ताले देखे तो पूछने पर बताया गया कि पहले ठेकेदार का पैसा बकाया था। दूसरा ठेकेदार लागत बढ़ने की समस्या को लेकर न्यायालय चला गया। भवन की देखरेख के लिए ठेकेदार ने एक कर्मचारी को रखा है। इसी वजह से मुख्य गेट सहित कमरों में ठेकेदार ने ताले लगा रखे हैं। इस कारण भवन हैंडओवर भी नहीं हो सका है। हालांकि प्रशासन ने मंत्री को निरीक्षण कराकर समस्या से पल्ला झाड़ लिया।
अखिलेश के ऑफर को बताया मुंगेरी लाल के सपने
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के मानसून ऑफर संबधी बयान पर मंत्री बोले कि यह मुंगेरीलाल के हसीन सपने हैं। समय-समय पर आते रहते हैं। हकीकत सभी को पता है। 03 सितंबर 2013 के फैसले में हाईकोर्ट ने कहा था कि 27 प्रतिशत आरक्षण का लाभ कुछ जातियां उठा रही हैं जिसे सभी जातियों को दिया जाए। इसको लेकर पूर्व राष्ट्रपति के नेतृत्व में 05 सदस्यीय टीम जांच कर रही है।
जुटे रहे कर्मी, बनी रही गंदगी और जलभराव
पंचायती राज मंत्री के निरीक्षण की सूचना मिलते ही अधिकारी कर्मचारियों के साथ जमीन पर नजर आने लगे। घंटों की कवायद के बाद भी अव्यवस्थाओं और अनदेखी के धब्बों को मिटा नहीं सके। मंत्री को जगह-जगह गंदगी व जलभराव का सामना करना पड़ा लेकिन मंत्री ने कार्रवाई को लेकर खास दिलचस्पी नहीं दिखाई। समस्याओं की शिकायत पर भी उन्होने बड़े डॉक्टर (मुख्यमंत्री) से वार्ता कर समाधान की बात कही।