बाराबंकी : बीते सालों आई बाढ़ के आधार पर तैयार करें कार्य योजनाएं- स्वतंत्र देव सिंह 

जलशक्ति मंत्री ने नयापुरवा और कुसौरा गांव में किया बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण, अतिसंवेदनशील की श्रेणी में बाढ़ क्षेत्र, मंत्री के आने से पहले छिपाई कमियां

बाराबंकी : बीते सालों आई बाढ़ के आधार पर तैयार करें कार्य योजनाएं- स्वतंत्र देव सिंह 

सीएम के निर्देशों के बाद भी बाढ़ खंड के अधिकारी नहीं दिखे गंभीर

सूरतगंज/ बाराबंकी: अमृत विचार। बाढ़ और कटान रोकने की सभी तैयारियां अतिशीध्र पूरी कर लें। जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बाढ़ परियोजनाओं के स्थलीय निरीक्षण करते समय मौजूद अधिकारियों को यह हिदायत दी। संभावित बाढ़ इलाकों में चल रही बाढ़ खण्ड की परियोजनाओं का जलशक्ति मंत्री मंगलवार को स्‍थलीय निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान वह रामनगर तहसील के सूरतगंज ब्लॉक में करमुल्लापुर गांव के नयापुरवा और कुसौरा गांव के निकट हो रहे बाढ़ कटान को रोकने के कार्य देखने पहुंचे। चहलारीघाट एवं गणेशपुर तटबंध में कटान बचाव की परियोजना का काम जारी है।

यहां उन्होंने डीएम सत्येंद्र कुमार और एसपी दिनेश कुमार सिंह के साथ बाढ़खंड के एक्सईएन शशिकान्त सिंह से परियोजनाओं की जानकारी ली। मंत्री ने संभावित बाढ़ की दृष्टिगत हुए राहत व बचाव कार्यों से जुड़े हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित कर कहा कि अपनी अपनी कार्य योजनाएं विगत वर्षो में आई हुई विकराल बाढ़ के अनुभव के आधार पर तैयार कर लें। ताकि जिला में अचानक बाढ़ आ जाए तो कोई दिक्कत न हो। तत्काल पीड़ितों को राहत व सहायता प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा संबंधित विभाग के अधिकारी अपने गांव में निरंतर दौरा करके, गांव वालों से सीधा संवाद स्थापित करें। उनके द्वारा दिए गए सुझाव के आधार से राहत व बचाव कार्य करें। सभी बाढ़ चौकियों पर स्वास्थ्य टीम अपनी व्यवस्था के साथ-साथ बरसात के दिनों में होने वाली संक्रामक बीमारियों से बचाव पर कार्य करते रहे। जलशक्ति मंत्री ने धारा मोड़ने के लिए लगाएं जा रहे जियो बैग को देखा और अवर अभियन्ता शशिकांत सिंह की ओर इशारा कर कहा कि पिछली बार की तरह इस बार भी फर्जी पैसा बर्बाद करने में लगे हो।

एक्सीएन ने बताया कि इसके लगने से तटबंध क्षतिग्रस्त नहीं होगा और नदी की धारा भी मोड़ी जा सकेगी। पिछली बार टेंडर की बात पूछी तो एक्सीएन बोले टेंडर हो गया। आप की स्वीकृति नहीं हुई है। स्वतंत्रदेव सिंह ने डीएम से नदी के रुख के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि हर साल सरयू नदी तीन सौ मीटर गांव की ओर रूख करती है। इस दौरान जिलाधिकारी ने उन्हें शहर में जमुरिया लाने की सफाई की भी पूरी जानकारी दी। इस दौरान एमएलसी अंगद सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्य, एसडीएम पवन कुमार, सीओ आलोक पाठक, अधिशासी अभियंता बाढ खंड शशिकांत सिंह, डीपीआरओ नितेश भोडंले, डीएसओ राकेश तिवारी सहित तमाम अधिकारी उपस्थित रहे।

प्रदेश के सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का दौरा प्रस्तावित हुआ तो बाढ़ खंड के अधिकारियों ने तटबंध पर मरम्मत का कार्य शुरु करा दिया। जबकि सरकार के द्वारा 30 जून तक बाढ़ से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए गए थे परंतु जिम्मेदार अधिकारी तटबंध के रैनकट भी नहीं भरवा सके। मंगलवार को कुसौरा अहाता पुरैना घाट का स्थलीय निरीक्षण कर बाढ़ की तैयारियों का जायजा लेने का कार्यक्रम मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का प्रस्तावित था। विभागीय मंत्री के आगमन की सूचना पाकर सिंचाई विभाग और बाढ़ खंड के अधिकारी सक्रिय हुए और कमियों को छिपाने का पूरा प्रयास किया जाता रहा।

हालांकि मंत्री रामनगर क्षेत्र के कुसौरा गांव का ही निरीक्षण करके वापस चले गए। मंत्री के वापस जाने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा बाढ़ के आने से पूर्व सभी तैयारियां 30 जून तक पूरी कर लिए जाने के सख्त निर्देश दिए गए थे लेकिन अभी तक तैयारी के नाम पर केवल खाना पूरी की गई है। गणेशपुर से डिपो पुरवा होते हुए पुरैना घाट तक जाने वाला तटबंध पूरी तरह जर्जर हो गया है। जगह-जगह रैनकट और गड्ढे हो गए हैं। तटबंध पर प्रस्तावित खड़ंजा निर्माण का कार्य भी अभी तक नहीं कराया गया था। मंगलवार को जब मंत्री का कार्यक्रम निश्चित हुआ तो आनन-फानन में मजदूर लगाकर खड़ंजा बिछाने एवं मिट्टी डालने का कार्य शुरु करा दिया गया हालांकि मंत्री वहां निरीक्षण करने गए ही नहीं। मंत्री के वापस चले आने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

लोधेश्वर महादेव की किया पूजा-अर्चना

बाढ़ क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण करने आए प्रदेश के जल शक्ति एवं सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने  लोधेश्वर महादेवा मन्दिर में पूजा अर्चना कर विश्व कल्याण की कामना की। इस दौरान उन्होंने प्रस्तावित कॉरिडोर के संबंध में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार से जानकारी ली। जिलाधिकारी ने स्थानीय भू स्वामियों के द्वारा की जा रही रजिस्ट्री दिए गए मुआवजे आदि के संबंध में बताया। 


...मंत्री बोले- 238 में पूर्ण हो गईं 250 परियोजनाएं

बाढ़ परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करने आए जल शक्ति एवं सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह पत्रकारों से बातचीत के दौरान अपने विभाग के द्वारा संचालित परियोजनाओं की संख्या ही भूल गए। पत्रकारों ने बातचीत के दौरान उनसे बाढ़ से निपटने के लिए की गई तैयारियों के संबंध में सवाल किया गया तो मंत्री ने कहा जिले में पिछले वर्ष डेंजर स्थिति में था लेकिन किसानों की जन हानि और धन-हानि नहीं हुई थी। इस बार भी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। किसानों को किसी प्रकार जन व धन हानि नहीं होगी। मंत्री यहीं पर नहीं रुके उन्होंने कहा राज्य में 238 परियोजनाएं संचालित थी।

जिनमें से 250 पूर्ण हो गई हैं। शेष परियोजनाओं का काम 80 प्रतिशत से अधिक हो गया है उन्हें बहुत जल्दी उसे पूर्ण कर लिया जाएगा।  सिंचाई मंत्री के द्वारा दिए गए बयान से स्पष्ट होता है कि उन्हें अपने विभाग के द्वारा संचालित परियोजनाओं के बारे में ठीक से जानकारी भी नहीं हैं। आखिर 238 संचालित परियोजनाओं में से 250 कैसे पूर्ण हो गई ? पिछले वर्ष आई भयंकर बाढ़ में जिले में किसानों की सैकड़ों हेक्टर फसल नष्ट हो गई थी। तहसील प्रशासन के द्वारा मुआवजे के रूप में करोड़ों रुपए की धनराशि वितरित की गई थी। कई घर भी बाढ़ के दौरान घाघरा में समाहित हो गए थे। लेकिन मंत्री को शायद सही जानकारी नहीं थी। प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह लखनऊ जाते समय मसौली चौराहा स्थित शिवगंगा मैरिज लान पर भाजपा पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत किया गया। इस मौके पर भाजपा युवा मोर्चा के जिला मंत्री डॉ. सुधाकर सोनी, पूर्व मण्डल अध्यक्ष मसौली विनीत कुमार वर्मा, जिला संयोजक भाजपा आईटी अभय सिंह, पवन विश्वकर्मा,उदय सिंह सहित तमाम लोग मौजूद थे।

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