अयोध्या: अंतरराष्ट्रीय कवि जमुना प्रसाद प्रशासन की ज्यादती से परेशान, जानिए क्या है पूरा मामला
खाते की जमीन में जबरन पंचायत भवन बनाने के लिए हुई गलत पैमाइश
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बीकापुर /अयोध्या, अमृत विचार। तहसील क्षेत्र के पुहुंपी निवासी अंतरराष्ट्रीय कवि जमुना प्रसाद उपाध्याय राजस्व और पुलिस कर्मियों की हरकत से डिप्रेशन में हैं। मामला खाते की जमीन में घुसकर पंचायत भवन के लिए भूमि पैमाइश का है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष जिलाधिकारी के आदेश पर तहसीलदार बीकापुर के नेतृत्व में राजस्व कर्मियों ने पैमाइश की, लेकिन पंचायत भवन का निर्माण नहीं कराया गया। पुनः बीते दिनों अचानक पुलिस और राजस्व कर्मियों ने बिना किसी सूचना के उनकी खतौनी की जमीन में घुसकर चूने का छिड़काव कर दिया और पंचायत भवन निर्माण के लिए मौखिक आदेश दे दिया। बताया कि पैमाइश कर दी गई।
जानकारी होने पर जब तक खातेदार कुछ समझ पाते और मौके पर पहुंचे तब तक पुलिस कर्मियों ने रौब गालिब करते हुए आनन-फानन में वृद्ध कवि से जबरिया हस्ताक्षर भी करवा लिए। अंतरराष्ट्रीय कवि जमुना उपाध्याय ने पत्रकारों को बताया कि गाटा संख्या 155 स्थित भूमि पुहुंपी उनके बाग खाते की भूमि है, जबकि उससे सटा गाटा 154 का छोटा रकबा ग्राम समाज का है, जिसमें पंचायत भवन निर्माण की कवायद की जा रही है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर जो चिह्नाकन किया गया था। उसको दर किनार करते हुए राजस्व कर्मियों ने मनमाने ढंग से उनके खाते की भूमि में घुसकर पैमाइश कर दी है। इसे लेकर वह परेशान हैं।
उन्होंने बताया कि उम्र करीब 75 वर्ष होने की वजह से वह अधिकारियों के यहां भी बार-बार भाग दौड़ नहीं कर पा रहे हैं। इसी भूमि का हदबरारी और नक्शा दुरुस्तीकरण का वाद भी न्यायालय में विचाराधीन है। इस भूमि के ऊपर से हाईटेंशन 11 हजार वोल्ट्स की लाइन भी गई है। इसके संबंध में बीकापुर विद्युत विभाग के (एसडीओ) मनोज कुमार मौर्य ने जिलाधिकारी और अधिशासी अभियंता को उक्त निर्माण को विद्युत विभाग की नियमावली के विपरीत बताते हुए खतरे की समस्त जिम्मेदारी दोषियों की बताते हुए अधिकारियों को अवगत करा दिया है।
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