नीट-यूजी पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई, स्कूल प्रधानाचार्य और उप-प्रधानाचार्य गिरफ्तार 

नीट-यूजी पेपर लीक मामले में बड़ी कार्रवाई, स्कूल प्रधानाचार्य और उप-प्रधानाचार्य गिरफ्तार 

नई दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले में शुक्रवार को झारखंड के हजारीबाग में स्थित एक स्कूल के प्रधानाचार्य और उप-प्रधानाचार्य को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि ओएसिस स्कूल के प्रधानाचार्य एहसानुल हक को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा पांच मई को आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी के लिए हजारीबाग का नगर समन्वयक बनाया गया था। 

उन्होंने बताया कि उप-प्रधानाचार्य इम्तियाज आलम को एनटीए का पर्यवेक्षक और ओएसिस स्कूल का केंद्र समन्वयक नियुक्त किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई पेपर लीक मामले के सिलसिले में जिले के पांच और लोगों से भी पूछताछ कर रही है। उन्होंने बताया कि संघीय जांच एजेंसी ने विस्तृत पूछताछ के बाद हक और आलम को गिरफ्तार कर लिया। 

बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की जांच के दौरान दोनों आरोपी जांच के घेरे में आए थे। ईओयू पहले मामले की जांच कर रही थी। अधिकारियों ने बताया कि टीम को प्रश्न पत्र हल करने वाले (सॉल्वर) गिरोह के ठिकाने पर छापेमारी के दौरान नीट-यूजी के जले हुए प्रश्नपत्र मिले। एक बयान में, ईओयू ने दावा किया था कि कुख्यात संजीव कुमार उर्फ ​​लूटन मुखिया गिरोह ने हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से 'लीक' हुआ नीट-यूजी प्रश्नपत्र कथित रूप से प्राप्त किया था। 

सीबीआई ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) पेपर लीक मामले में छह प्राथमिकी दर्ज की हैं। एनटीए ने देश भर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए नीट-यूजी परीक्षा का आयोजन किया था। इस साल पांच मई को कुल 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में 23 लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए थे।