बरेली: आर्य उप प्रतिनिधि सभा के पूर्व मंत्री ने चुनाव प्रभारी को लिखा पत्र, कई गंभीर सवालों का मांगा जवाब

बच्ची से छेड़छाड़ का आरोपी है...सदस्य नहीं बन सकता, आपने प्रधान बना दिया

बरेली: आर्य उप प्रतिनिधि सभा के पूर्व मंत्री ने चुनाव प्रभारी को लिखा पत्र, कई गंभीर सवालों का मांगा जवाब

बरेली, अमृत विचार। करीब 360 करोड़ की जमीन को खुर्दबुर्द करने के शक के बीच संविधान और नियमावली के विरुद्ध आर्य समाज अनाथालय को बंद करने की घोषणा कर चुके उसके प्रधान ओमकार पर आर्य उप प्रतिनिधि सभा के पूर्व मंत्री ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने चुनाव प्रभारी को पत्र लिखकर पूछा है कि बच्ची से छेड़खानी के जिस आरोपी की सदस्यता रद्द की जानी चाहिए थे, उसे दोबारा प्रधान कैसे बना दिया गया। वह भी तब जब फर्जीवाड़े के कई बार आरोप लगने के बाद वह अब तक अपनी डिग्री तक नहीं दिखा सका है।

आर्य उप प्रतिनिधि सभा के पूर्व मंत्री रामपाल आर्य ने पत्र में कहा है कि संस्था के किसी भी पद पर चरित्रवान और बेदाग व्यक्ति का चयन होना चाहिए। यह प्रावधान आर्य समाज की नियमावली में दिया ऐसे में ओमकार आर्य को आठ साल की बच्ची से छेड़खानी के आरोप से मुक्त होने तक दोबारा प्रधान नहीं चुना जा सकता लेकिन साठगांठ के तहत अवैध रूप से चुन लिया गया। उन्होंने मांग की है कि यह चुनाव तत्काल रद्द कर दोबारा चुनाव कराया जाए।

पूर्व मंत्री ने चुनाव प्रभारी को भेजे पत्र में यह जिक्र भी किया है कि कई बार आरोप लग चुका है कि प्रधान चुने गए ओमकार आर्य की आचार्य की डिग्री फर्जी है। इसके बाद उन्हें कई बार अपनी डिग्री दिखाने को कहा जा चुका है लेकिन उन्होंने अब तक अपनी डिग्री सार्वजनिक नहीं की है। यह भी बेहद गंभीर है। उसकी डिग्री की तत्काल जांच कराई जानी चाहिए। पूर्व मंत्री ने कहा कि ओमकार को तीन साल की स्थाई सदस्यता भी प्राप्त नहीं है, इसके बावजूद बिहारीपुर आर्य समाज ने उसे जिला सभा के लिए नामित कर दिया।

उन्होंने कहा है कि ओमकार पद के योग्य है या नहीं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नौ जून को आयोजित बैठक में वह सदस्यों को अपने मूल आर्य समाज का नाम भी नहीं बता पाया था।

पूर्व मंत्री का पत्र चुनाव के दिन ही प्राप्त हुआ था। उन्होंने जो शिकायतें कीं, वे सभी जिला स्तरीय समिति से संबंधित हैं। मुझे पारदर्शी ढंग से चुनाव कराने के लिए ही नामित किया गया था- गंगाराम, चुनाव प्रभारी

बंद नहीं होना चाहिए अनाथालय
आर्य उप प्रतिनिधि सभा के पूर्व मंत्री रामपाल आर्य ने अनाथालय बंद न होने देने का भी आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि अनाथालय को बंद किया जाना उसकी नियमावली के खिलाफ है। सभी को इस फैसले का विरोध करना चाहिए। दूसरी तरफ, अनाथालय बंद करने की घोषणा के बाद भी उसके नाम पर दान लिया जा रहा है। यह भी आर्य समाज की नियमावली के विरुद्ध है।

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