Kanpur: ज्येष्ठ दशहरा पर गंगा स्नानार्थियों की उमड़ी भारी भीड़, प्रमुख मार्गों पर रही जाम की स्थिति, पुलिस ने बांटा पानी व शरबत
कानपुर, अमृत विचार। ज्येष्ठ माह के दशहरा पर्व पर रविवार को गंगा स्नानार्थियों की भारी भीड़ के चलते जीटी रोड समेत क्षेत्र के प्रमुख मार्गों पर सुबह से शाम तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। भीषण तपिश के दौरान जाम में फंसे लोगों को पेयजल के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा। वहीं समस्या को देखते हुए थाना पुलिस द्वारा बिठूर मार्ग पर पानी व शरबत का वितरण कराया गया।
ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाये जाने वाले गंगा दशहरा पर्व पर रविवार भोर पहर से ही मार्गों पर श्रद्धालुओं की भीड़ दिखी। मान्यता है कि इस दिन मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थीं। इस दिन गंगा स्नान, पूजन व दान पुण्य करने से सभी तरह के पाप धुल जाते हैं और जातक को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
पर्व पर रविवार भोर पहर 4 बजे से ही श्रद्धालुओं का क्षेत्र के बंदी माता घाट व बिठूर गंगा तटों पर पहुंचना शुरू हो गया। सुबह 10 बजे के करीब जीटी रोड समेत, बंदी माता मार्ग, बेला मार्ग व बिठूर मार्ग पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें नजर आईं। जाम की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने कई स्थानों पर रूट डायवर्जन भी कराया। इस दौरान बेतहाशा गर्मी में जाम में फंसे लोग पानी के लिए इधर-उधर हैंडपंपों की तलाश करते हुए दिखे।
दूसरी ओर पानी की समस्या को देखते हुए पुलिस ने क्षेत्र के बिठूर मार्ग पर दरियापुर गांव के सामने ग्रामीणों की मदद से श्रद्धालुओं को शर्बत व पानी का वितरण कराया। जाम के दौरान सेवार्थियों ने बस आदि बड़े वाहनों मे बैठे लोगों को मौके पर जाकर पानी व शर्बत वितरित किया। प्रभारी निरीक्षक रवींद्र श्रीवास्तव प्रभात ने बताया कि पर्व पर गंगा स्नानार्थियों की भारी भीड़ के चलते कुछ समय के लिए जाम की स्थिति उत्पन्न हुई, जिसे जल्द ही बहाल करा दिया गया।
गंगा दशहरा पर भक्तों की उमड़ी भीड़
शिवराजपुर। ज्येष्ठ महीने की दशमी को होने वाला गंगा दशहरा पर्व पर क्षेत्र के खेरेश्वर सरैया घाट पर भोर पहर से ही स्नान करने वालों की भीड़ लगी हुई थी। महिला एवं पुरुष भक्त गण स्नान करके हर हर गंगे व बम बम भोले का जयघोष करते हुए शिव मंदिरों में पूजा अर्चना करते हुए दिखाई पड़े। गंगाजल, दूध, चंदन, अक्षत पुष्प, फल व मिष्ठान आदि से मां गंगा व भोलेनाथ का पूजन कर मनोकामना पूर्ण हेतु प्रार्थना की। उसके बाद गंगा किनारे बैठे पुरोहितों को दान-दक्षिणा देकर आशीर्वाद प्राप्त किया।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ज्येष्ठ दशमी को होने वाले गंगा दशहरा का विशेष महत्व है। इसी दिन विष्णु पदी पुण्य सलिला मां गंगा स्वर्ग से पृथ्वी पर अवतरित हुई थी। गंगा दशहरा पर स्नान करने से दस हजार पापों से मुक्ति मिलती है। खेरेश्वर सरैया घाट पर अक्सर गंगा स्नान करने वाले गहरे जल में समा कर डूब जाते हैं।
इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने गंगा घाट पर बैठक का आयोजन किया था। गोताखोर गंगा प्रहरी आदि को सजग रहने के लिए कहा गया था। किसी भी प्रकार की अनहोनी न होने पाए इसके लिए पुलिस चाक-चौबंद रही।