Moradabad News : सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डीपी यादव ने गोली मारकर की आत्महत्या, स्टोर रूम में मिला शव...तीन महीने से डिप्रेशन में थे

Moradabad News : सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डीपी यादव ने गोली मारकर की आत्महत्या, स्टोर रूम में मिला शव...तीन महीने से डिप्रेशन में थे

मुरादाबाद, अमृत विचार। समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव एवं पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मपाल यादव (डीपी यादव) ने शनिवार सुबह खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना मझोला थाना क्षेत्र में बुद्धि विहार स्थित उनके घर पर हुई। इस अनहोनी से घर में कोहराम मचा है। उनका शव आवास के निचले तल पर बने कमरे में मिला है। पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अवाक हैं। घटना सुबह सवा आठ से 8.30 बजे के बीच की बताई जा रही है।

सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और दोपहर तक घटना के कारण की जांच करते रहे। फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्रित किए हैं। पुलिस टीम ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी खंगाली है। पूर्व जिलाध्यक्ष ने गोली मारकर आत्महत्या क्यों की, इसका कोई स्पष्ट कारण अभी सामने नहीं आया है। डीपी यादव की मौत की खबर ने महानगर के लोगों में शोक है। पता चलते ही डीपी के परिजन व रिश्तेदार उनके घर पहुंचे। बाहर गली से लेकर घर के अंदर तक भारी भीड़ जमा थी। वह अभी लोकसभा चुनाव के दौरान जिलाध्यक्ष पद से हटाए गए थे। बताया गया कि पार्टी हाईकमान से भी असंतुष्ट चल रहे थे।

POLICE

फिलहाल, एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि सुबह करीब 9.30 बजे थाना प्रभारी मझोला को सूचना मिली थी कि सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डीपी यादव ने लाइसेंसी रिवाल्वर से सुसाइड कर लिया है। तत्काल मौके पर पहले थानाध्यक्ष कमलेश कांत वर्मा और फिर एसपी क्राइम सुभाष चंद्र गंगवार व सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर पहुंचे थे। फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किए हैं। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि मकान के ग्राउंड फ्लोर पर स्टोर रूम में पूर्व जिलाध्यक्ष ने दाएं हाथ से दाईं कनपटी पर गोली मारकर खुदकुशी की है। डीपी यादव के पास तीन शस्त्र लाइसेंस हैं। इसमें एक शस्त्र इनकी पत्नी के नाम पर था, जो इन्हीं के पास था। दो अन्य शस्त्र चुनाव आचार संहिता के कारण जमा थे।

HOME

तीन महीने से डीपी डिप्रेशन में थे : एसएसपी
एसएसपी हेमराज मीना ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि मकान के ग्राउंड फ्लोर पर स्टोर की तरह का छोटा रूम है। इसी में बैग रखा है, जिसमें से रिवॉल्वर निकाला गया है। पूर्व जिलाध्यक्ष ने दाएं हाथ से दाईं कनपटी पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली । एसएसपी ने बताया, डीपी यादव के पास तीन शस्त्र हैं। इसमें एक इनकी पत्नी के नाम पर था, जो इन्हीं के पास था। अन्य दो शस्त्र चुनाव आचार संहिता के कारण जमा थे।परिवारजन ने पूछताछ में पुलिस को बताया है कि पिछले तीन महीने से वह डिप्रेशन में थे, इन्हें फिजिकल भी दिक्कत थी।

31 मई से दिल्ली में साइकोलॉजिस्ट से उनका इलाज चल रहा था। किसी बात को लेकर उनके दिमाग में कुछ हो जाता था जिससे वह परेशान हो जाते थे। इसी वजह से डीपी यादव को और अधिक दिक्कत हो रही थी। उन्होंने बताया कि घटनास्थल वाले मकान में डीपी यादव का बेडरूम ऊपरी तल पर है। ग्राउंड फ्लोर पर स्टडी रूम है। इसी के बगल के रूम में घटना हुई है। यह रूम अंदर से बंद था। परिजनों ने धक्का मारकर खोला है। एसएसपी ने कहा, जांच में अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जांच कर रहे हैं, जो भी सामने आएगा उसी क्रम कार्रवाई करेंगे। वैसे अभी तक परिजन की तरफ से घटना में कोई संदेह नहीं जताया गया है।

लोकसभा चुनाव में जिलाध्यक्ष पद से हुए थे मुक्त
पंचायत चुनाव के दौरान कमेटी भंग चल रही थी। इसके बाद उन्हें जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। विधानसभा चुनाव-2022 में जिले में पांच विधायक चुने जाने के बाद उन्हें पुरस्कार स्वरूप दोबारा जिलाध्यक्ष पद की कमान सौंपी गई थी। लेकिन, लोकसभा चुनाव के दौरान डॉ. एसटी हसन के बजाय रुचि वीरा को प्रत्याशी बनाए जाने की बात का उन्होंने भी विरोध किया था और चुनाव प्रचार में भी शामिल नहीं हुए थे। इसकी शिकायत सपा प्रमुख अखिलेश यादव तक से हुई थी तो उन्होंने डीपी यादव को जिलाध्यक्ष पद से मुक्त कर उनके साले जयवीर सिंह को जिलाध्यक्ष बना दिया था। पद से हटाए जाने से डीपी यादव व्यथित थे और पार्टी हाईकमान से बेहद नाराज चल रहे थे। इसी के बाद से उन्होंने घर से निकलना भी बिल्कुल बंद ही कर दिया था। चुनाव के दौरान भी उन्हें कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई और वह स्वयं भी प्रचार में भी दिखाई नहीं दिए।


तीन भाइयों में बड़े थे, सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता है बेटी
पूर्व जिलाध्यक्ष डीपी यादव तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके दो भाइयों में मदन पाल सिंह व वीर पाल सिंह हैं, जो गांव पर रहते हैं। मदन पाल गन्ना विभाग में कर्मचारी हैं, जबकि वीरपाल खेती-किसानी देखते हैं। इनकी दो बहनें रेखा व रेनू हैं, जो विवाहित हैं। वह काफी समय पहले मुरादाबाद आकर बस गए थे और यहीं से उन्होंने अपनी राजनीतिक शुरुआत की थी। उनके परिवार में पत्नी सविता यादव, बेटी अंजली और बेटा अंकित यादव हैं। बिटिया अंजलि सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने के साथ ही अपनी संस्था चलाती हैं, जो पीड़ित लड़कियों को न्यायिक मदद दिलाने का कार्य करती हैं। बेटे अंकित भी अधिवक्ता हैं।

इन लोगों ने घर पहुंचकर जताई सहानुभूति
नौगवां विधायक समर पाल सिंह, एमएलसी डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त, पूर्व मंत्री जुगुल किशोर वाल्मीकि, पूर्व सांसद गिरीश चंद्र जाटव, पूर्व राज्य सभा सांसद वीर सिंह, पूर्व विधायक हाजी रिजवान, पूर्व विधायक अनीशुल रहमान सैफी, पूर्व विधायक हाजी यूसुफ अंसारी, पूर्व विधायक राजीव चन्ना, रालोद के जिलाध्यक्ष मनोज चौधरी, पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन, जिला महासचिव मुदस्सिर खान, सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजकुमार प्रजापति, सपा नेता सुशील चौधरी आदि ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

 

ताजा समाचार

कानपुर में युवती ने प्रेमी के साथ मिलकर टीएसएम को चप्पलों से पीटा: नौकरी से निकालने पर थी नाराज
कानपुर में क्राइम ब्रांच और पुलिस ने मानव तस्करी गिरोह के दो सदस्यों को किया गिरफ्तार: थाईलैंड से बर्मा भेजकर बनाया था बंधक
इजराइल-हिजबुल्लाह शांति समझौता शत्रुता को स्थायी रूप से खत्म करने की दिशा में कदम है : जो बाइडेन 
सियोल में भयंकर बर्फीले तूफान से सैकड़ों उड़ानें रद्द, यातायात भी बाधित हुआ
UEFA Champions League : क्रिस्टियानो रोनाल्डो-लियोनेल मेस्सी के बाद चैंपियंस लीग में 100 गोल करने वाले तीसरे खिलाड़ी बने रॉबर्ट लेवांडोव्स्की
Adani Group की कंपनियों के शेयरों में तेजी, अदाणी एनर्जी का शेयर 7.71 प्रतिशत चढ़ा