अल्मोड़ा: 40 घंटे बाद हल्के वाहनों के लिए खुला सोमेश्वर-कौसानी मार्ग 

अल्मोड़ा: 40 घंटे बाद हल्के वाहनों के लिए खुला सोमेश्वर-कौसानी मार्ग 

अल्मोड़ा, अमृत विचार। बुधवार की देर शाम सोमेश्वर के चनौदा में बादल फटने के कारण आई आपदा के बाद से बंद सोमेश्वर कौसानी हाइवे को करीब चालीस घंटे की मशक्कत के बाद शुक्रवार की दोपहर हल्के वाहनों के लिए खोल दिया गया है। इस मार्ग पर अभी बड़े वाहनों की आवाजाही संभव नहीं है, इसलिए बड़े वाहन रूट बदलकर गिरेछीना होते हुए अपने अपने गंतव्य तक पहुंच रहे हैं। 

चनौदा में बादल फटने के बाद स्थानीय बाघ गधेरा उफान पर आ गया था। जिस कारण सोमेश्वर कौसानी हाइवे पर बड़े बड़े बोल्डर और मलबा आ गया था। गुरुवार की सुबह से यहां इस बंद मोटर मार्ग को खोलने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य शुरू किया गया, लेकिन गुरुवार की शाम तक भी मार्ग को नहीं खोला जा सका।

शुक्रवार को फिर सुबह से ही विभाग की जेसीबी मशीनें सड़क से मलबा हटाने के काम में जुट गई। दोहपर तक बड़ी मुश्किल से इस मार्ग को छोटे वाहनों के लिए खोला जा सका। आपदा राहत कार्य में लगे अधिकारियों ने बताया कि मार्ग को सुचारू करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। आपदा के दौरान इस मार्ग पर काफी अधिक मात्रा में मलबा व बोल्डर एकत्र हो गए हैं। जिन्हें शनिवार की शाम तक पूरी हटा दिया जाएगा। 

चनौदा के आपदा पीड़ितों को बांटी राहत राशि
जिले की सोमेश्वर तहसील के चनौदा में बीते बुधवार की देर शाम बादल फटने के कारण आई आपदा के जख्म अभी तक नहीं भर सके हैं। आपदा के दौरान हुए नुकसान का अभी स्थानीय लोग और प्रशासन जायजा लेने में जुटे हुए हैं। शुक्रवार को जिलाधिकारी विनीत तोमर के निर्देश पर 68 आपदा पीड़ितों को 3,36, 500 रुपये की धनराशि वितरित की गई।