भारतीय खिलाड़ियों को खेल-विशिष्ट सहयोगी स्टाफ से मदद मिलेगी : आईओए प्रमुख पीटी उषा

भारतीय खिलाड़ियों को खेल-विशिष्ट सहयोगी स्टाफ से मदद मिलेगी : आईओए प्रमुख पीटी उषा

नई दिल्ली। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) अध्यक्ष पीटी उषा ने शुक्रवार को ओलंपिक के लिए जाने वाले खिलाड़ियों को पेरिस में सर्वोत्तम संभव सहायता का आश्वासन देते हुए कहा कि खिलाड़ियों की सुविधा और समय की बचत के लिए खेल-विशिष्ट सहयोगी स्टाफ को खेल गांव के करीब रखा जाएगा।

पेरिस में भारतीय एथलीटों और सहयोगी स्टाफ की व्यवस्था को अंतिम रूप देने के बाद भारत लौटीं उषा ने कहा कि आईओए ने यह भी सुनिश्चित किया है कि निशानेबाज और गोल्फ खिलाड़ी अपने-अपने आयोजन स्थलों के करीब रहें। चेटेउरौक्स निशानेबाजी क्रेंद पेरिस से लगभग दो घंटे की दूरी पर है, जबकि ले गोल्फ नेशनल ओलंपिक हब से एक घंटे की दूरी पर है।

उन्होंने यहां जारी बयान में कहा, हम एथलीटों के गांव से थोड़ी दूरी पर कई खेल-विशिष्ट सहयोगी सदस्यों के लिए आवास सुरक्षित करने में सक्षम हैं। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कोई भी खिलाड़ी अपनी सहायता प्रणाली से वंचित न रहे और इसलिए हमने आसपास के क्षेत्र में अपार्टमेंट बुक किए हैं। उन्होंने कहा, हमने यह सुनिश्चित किया है कि हमारे निशानेबाज और गोल्फ खिलाड़ी अपने-अपने आयोजन स्थलों के करीब रहें। पूर्व दिग्गज धाविका ने मजबूत समर्थन प्रणाली की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि  भारतीय खिलाड़ी पिछले कुछ वर्षों में लगातार अपने प्रदर्शन में सुधार कर रहे है। उन्हें शीर्ष प्रदर्शन हासिल करने के लिए बेहतर समर्थन प्रणाली की आवश्यकता है। 

उन्होंने कहा, एक खिलाड़ी और खुद कोच के तौर पर मैंने हमारे एथलीटों के लिए समर्थन प्रणाली के विकास को देखा है। वे प्रशिक्षण और प्रतिस्पर्धा के दृष्टिकोण में बहुत पेशेवर हो गए हैं। मेरा मानना है कि यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है कि ओलंपिक के दौरान उन्हें अन्य देशों की तरह सुविधाएं मिले। यही कारण है कि हमने अपने सहयोगी सदस्यों के रहने का इंतजाम अपार्टमेंट में किये है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि खिलाड़ियों की मदद के लिए देश के अग्रणी खेल चिकित्सा और आर्थोपेडिक विशेषज्ञ डॉ. दिनशॉ परदीवाला के नेतृत्व में टीम तैयार रहेगी। आईओए प्रतिनिधिमंडल ने लुसाने में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति मुख्यालय का भी दौरा किया था। 

ये भी पढे़ं : Paris Olympic 2024 : निकहत जरीन को मिलेंगे हाई-टेक उपकरण, शरत कमल जर्मनी में लेंगे प्रशिक्षण