हल्द्वानी: मानसून आने से पहले ही डेंगू, चिकनगुनिया से निपटने की तैयारी

हल्द्वानी: मानसून आने से पहले ही डेंगू, चिकनगुनिया से निपटने की तैयारी

हल्द्वानी, अमृत विचार। डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विभाग की ओर से सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को मच्छर जनित रोगों की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया है। साथ ही नगर निगम और नगर पालिकाओं को भी निर्देश दिए हैं कि वह मच्छरों की रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाएं।

विगत वर्ष उत्तराखंड में मच्छर जनित रोगों का प्रकोप रहा। मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी डेंगू ने कई लोगों की जान तक ले ली थी। उस समय स्वास्थ्य विभाग पर सवाल उठे थे कि विभाग तब जागता है जब डेंगू फैल चुका होता है। इस बार मानसून आने से पहले ही स्वास्थ्य विभाग ने मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने निर्देश दिए हैं कि सभी जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारी मानसून आने से पहले ही अस्पतालों में डेंगू और चिकनगुनिया के उपचार की तैयारियां पूरी कर लें। अगर कोई कमी है तो उसे शासन स्तर पर सूचित करें। जिससे उसे समय रहते पूरा किया जा सके।

साथ ही नगर निगम और नगर पालिकाओं को निर्देश दिए हैं कि वह मच्छरों की रोकथाम के लिए लार्वा निराधक का लगातार छिड़काव करते रहें, जिससे मानसून आने पर मच्छरों की पैदावार पर अंकुश लग सके। डेंगू, चिकनगुनिया के गंभीर मरीजों में प्लाज्मा की पर्याप्त आपूर्ति के लिए संसाधन पूरे करने के साथ ही मच्छर जनित रोगों की पूरी जानकारी शासन स्तर पर उपलब्ध कराने के लिए भी कहा है।

डेंगू व चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए ब्लॉक वार माइक्रो प्लान बनाने के निर्देश जारी हुए हैं। स्वास्थ्य सचिव के अनुसार मच्छर जनित रोगों का समय चक्र जुलाई से नवंबर माह तक रहता है। इसलिए बाकी बचे दो माह में सभी तैयारियों को सही समय पर पूरा कर लिया जाए।