अयोध्या: अब गिनती के साथ जिंदगी के भी पहाड़े पढ़ेंगे छात्र, छूटने वाले रटने-रटाने के दिन

अयोध्या: अब गिनती के साथ जिंदगी के भी पहाड़े पढ़ेंगे छात्र, छूटने वाले रटने-रटाने के दिन

सात एकम सात, ईमान का दो साथ, छह एकम छह धैर्य से काम ले
परिषदीय विद्यालयों में TLM के तहत जारी किए गए विभिन्न विषयों पर पहाड़े

 

अयोध्या, अमृत विचार। सात एकम सात ईमान का दो साथ, सात दूनी चौदह, करो सच्चा सौदा, सात तिया इक्कीस, बेइमानी गंदी चीज, सात चौक अट्ठाइस, कम करो ख्वाहिश, सात पंजे पैंतीस मेहनत करो तुम नित, सात छंग बयालिस सोना बनो खालिस। आप किसी परिषदीय विद्यालय से गुजर रहे हो और बच्चों की यह गुनगुनाट सुनाई पड़े तो चौंकिएगा नहीं। बेसिक शिक्षा में बदलाव की बयार के बीच अब पहाड़ों को रटने-रटाने के दिन पीछे छूटने वाले हैं।

परिषदीय विद्यालयों के नौनिहालों को पहाड़े पहाड़ नहीं बल्कि गीतों की तरह लगे इसलिए नई विधा विकसित की गई है। नई पद्धति के तहत जहां विभिन्न विषयों का सरलीकरण किया गया है वहीं पहाड़ों की धुन और तरीका दोनों बदल गया है। पहाड़ों को याद करने के साथ बच्चे नैतिक शिक्षा और सामाजिक मूल्यों को भी आत्मसात कर सके इसके लिए रोचक पहाड़े नामक विधा लागू की गई है।

इतना ही नहीं इन दस तक ही नहीं आगे के पहाड़े बच्चों को ठीक से याद हों इसके लिए संगीत युक्त विधा भी लागू की जा रही है। इन्हें विभिन्न नाम भी दिए गए हैं। जिसके माध्यम से बच्चे सरल ढंग से सामाजिक मूल्यों के प्रति भी आकर्षित हो सके और उन्हें अपने जीवन में उतार सके।

जिले के करीब 1792 परिषदीय विद्यालयों के साथ इन्हें 12 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में भी लागू किया गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक अध्ययनरत बच्चे अब इस नई विधा के जरिए जीवन की आधार शिला और मजबूत करेंगे।

ईमानदारी, अनुशासन के साथ नेकी और स्वच्छता के भी पहाड़े

बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा टीएलएम के तहत लागू की गई इस नई विधा के तहत विभिन्न विषयों पर यह रोचक पहाड़े जारी किए गए हैं। जिनमें नेकी, ईमानदारी, अनुशासन, धैर्य, आत्मविश्वास, स्वच्छता, संचारी रोग, ट्रैफिक नियम, संतोष, सत्यनिष्ठा आदि विषय शामिल हैं।वरिष्ठ शिक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि इस नई विधा से बच्चों का समूल विकास होगा वह न केवल पहाड़े याद कर लेगें बल्कि सामाजिक मूल्यों के प्रति भी गंभीर होगें। 

कोट - सभी परिषदीय विद्यालयों में इसे लागू किया जा रहा है। प्रधानाध्यापकों को निर्देशित किया गया है बेहतर माहौल में बच्चों को इसे पढ़ाए। -संतोष कुमार राय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी