शाहजहांपुर: आग ने बरपाया कहर, कई बीघा गेहूं की फसल हुई राख

शाहजहांपुर: आग ने बरपाया कहर, कई बीघा गेहूं की फसल हुई राख

शाहजहांपुर, अमृत विचार। जिले में अलग-अलग स्थानों पर हुई आगजनी की घटना में कई किसानों की गेहूं की फसल और भूसा बनाने के लिए छोड़ी गई नरई जलकर राख हो गई। बमुश्किल आग पर काबू पाया जा सका। आगजनी की यह घटनाएं मिर्जापुर, खुदागंज और बंडा क्षेत्र में हुईं। इससे किसानों के सामने खाद्यान्न का संकट पैदा हो गया है। 

मिर्जापुर के गांव बहरिया निवासी  सूरजपाल कश्यप ने करीब 10 बीघा खेत का गेहूं एक जगह इकट्ठा कर थ्रेसिंग के लिए रखा था। रविवार रात करीब नौ बजे गेहूं से आग की लपटें उठने लगी। आग की लपटें देखकर सूरजपाल व गांव के अन्य लोग आग बुझाने के लिए मौजूद संसाधनों के साथ खेत पर पहुंचे, तब तक सूरजपाल के खेत में आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया था। सूचना पर पहुंची दमकल यूनिट ने जब तक आग पर काबू पाया गया, तब तक सूरजपाल का गेहूं पूरी तरह जल गया।

खुदागंज क्षेत्र के गांव रेहरा व उखरी में खेतों में तैयार खड़ी गेहूं की फसल में अचानक आग लग गई। तेज लपटें उठती देख ग्रामीणों में हड़कंप मच गया और लोग आग पर काबू पाने के लिए खेतों की ओर दौड़ चले। ग्रामीण आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन आग हवा के झोकों के साथ तेज होती जा रही थी। सूचना दमकल विभाग को दी गई। कुछ ही देर में दमकल कर्मी गाड़ी लेकर पहुंचे गए और बमुश्किल आग पर काबू पाया लेकिन इस आगजनी में दो एकड़ से अधिक गेहूं व खेतों में नरई जलकर राख हो गई। जानकारी मिलने पर हल्का लेखपाल ने मौका मुआयना किया।

बंडा। गांव डुंडवा पिपरिया में गेहूं की खड़ी करीब 30 एकड़ की फसल में अचानक आग लग गई, जिसके चलते सारी फसल जलकर रख हो गई। आग की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कई किसानों ने जैसे तैसे आग पर काबू पाया । 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिस खेत में आग लगी है, वह भूमि सीलिंग में दर्ज है, जिसके कारण खेत के कब्जेदारों ने एडीएम को 10 अप्रैल को पत्र लिखकर बताया था कि उनकी खड़ी फसल को कटवा दिया जाए ताकि फसल में लगाई गई मेहनत मजदूरी निकल सके लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई आदेश नहीं मिल सका। वहीं खेत में आग लगने का कारण अब तक नहीं पता चल सका है।

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