बरेली: वर्तमान शैक्षिक सत्र से 50 फीसदी शोधार्थी करेंगे विभिन्न उद्योगों में शोध

बरेली, अमृत विचार : भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान में उद्योग-अकादमिक शृंखला के तहत शुक्रवार को पांचवीं बैठक ऑनलाइन और आफलाइन मोड में हुई। इसमें 37 उद्योग प्रतिनिधियों समेत 90 से अधिक लोगों भाग लिया। इस मौके पर निदेशक डॉ. त्रिवेणी दत्त ने कहा कि मौजूदा अकादमिक सत्र से ही लगभग 50 प्रतिशत शोधार्थियों को विभिन्न उद्योगों में शोध के लिए भेजा जाएगा।
उद्योगों और संस्थाओं के एक साथ कार्य करने से दोनों को लाभ होगा। संयुक्त निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. रूपसी तिवारी ने बताया कि उद्योगों ने संस्थान की ओर से विकसित प्रौद्योगिकियों में अपनी गहरी रुचि दिखाई है।
कई कंपनियों ने गोट मिल्क रिपलेसर, सुअर पालन प्रशिक्षण, एआई, वर्मीकम्पोस्टिंग, चारा पूरक उत्पादन तकनीक को अपनाने पर विचार किया है। 17 उद्योगों कंपनियों ने यहां उत्पादों के मानकीकरण करने की इच्छा व्यक्त की। डॉ. प्रेमांशु दंडपत, डॉ. एसके सिंह, डॉ. केपी सिंह, डॉ. एसके मेंदीरत्ता, डॉ अरनब सेन, डॉ. पल्लव चौधरी, डॉ शुभाशीष बंधोपाध्याय, डॉ. मिराज खान आदि मौजूद रहे।
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