काशीपुर: ATM चोरी पर्दाफाश - ऐसे पहुंची पुलिस अपराधियों तक, सिर्फ Scorpio Car थी लीड, पढ़िए Inside Story

अर्शी खान, काशीपुर, अमृत विचार। एटीएम चोरी के बाद पुलिस के हाथ खाली थे। सीसीटीवी की फुटेज खंगालने पर पुलिस को एक सफेद रंग की संदिग्ध स्कॉर्पियो कार नजर आई थी। जिसका पीछा करते हुए पुलिस ने दो राज्यों की खाक छानने के बाद आरोपियों के असली ठिकाना पता किया और वहां से आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि एटीएम चोरी के बाद पुलिस के पास आरोपियों के संबंधित सिर्फ एक जानकारी थी कि आरोपियों ने एटीएम चोरी में एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो का प्रयोग किया था। जिसकी तलाश में करते हुए पुलिस ने अपने आसपास के सीमावर्ती क्षेत्रों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली थी।
उस रंग की स्कॉर्पियो सूर्या चौकी रोड से होते हुए निकलते देखी गई। फिर पुलिस उस कार का पीछा करते हुए बाहरी राज्यों में पहुंची और उस कार का पता करते हुए सहारनपुर पहुंची। एसएसपी ने बताया कि इस दौरान टीम को सहारनपुर टोल प्लाजा के पास कार दिखी थी। वही आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए हर पांच दस मिनट में कार की नंबर प्लेट भी बदली।
कार के सही पता करने के लिए पुलिस ने 400 से 500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और आखिरकार पुलिस को कार की सही जानकारी मिल गई। जिसके बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंच सकी। उन्होंने बताया कि इस कार का प्रयोग आरोपियों ने काशीपुर की घटना से पूर्व हरियाणा, यूपी, दिल्ली व उत्तराखंड में एटीएम चोरी की घटनाओं को अंजाम देने में किया था। जहां की पुलिस भी इन आरोपियों की तलाश में लगी हुई थी।
इस कार को उन्होंने अपने परिचित से घटना को अंजाम देने के लिए चार लाख रुपये देकर लिया था और एटीएम तोड़ने व एटीएम लाने के कार में कुछ बदलाव भी किये गये थे। कार में ज्यादा ताकत के लिए उसके कमानी व शॉकर को बदला गया था। जिससे कार से आसानी से एटीएम तोड़ा जा सके और उसमें रखकर एटीएम को ले जाया जा सके। वही कार में किसी तरह का पहचान वाला निशान या स्टीकर भी नहीं लगाया था। जिससे कार को आसानी से न पहचाना जा सके।
खास रिश्तेदार व परिचित शरण देने के साथ मुहैया कराते है संसाधन
काशीपुर। एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि एटीएम लूट की घटना के बाद यह लोग अपने- अपने घरों पर नहीं रहते थे तथा मोबाइल का प्रयोग नहीं करने के कारण यह लोग खुले आम घूमते रहते थे। उधर घटना के लिए इनके खास परिचित व रिश्तेदार ही उनको वाहन व शरण देते हैं। जिसके एवज में वह लोग इन आरोपियों से पैसा लेते हैं और एडवांस मिलने के बाद कार्य को करते हैं। वहीं वाहन उपलब्ध कराने के बाद आरोपियों के पकड़े जाने पर यह लोग कार चोरी का अज्ञात में मुकदमा दर्ज करा देते थे। जिससे वह लोग सुरक्षित हो जाएं। एसएसपी ने कहा कि इन आरोपियों को शरण व संसाधन उपलब्ध कराने वाले लोगों के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करेगी।
पुलिस टीम पर इनामों की बौछार
काशीपुर। एटीएम चोरी का खुलासा करने वाली पुलिस पर इनामों की बौछार हो गई है। टीम को डीआईजी ने पांच हजार रुपये और एसएसपी ने ढाई हजार रुपये इनाम दिये जाने की घोषणा की है। वही घटना से संबंधित बैंक ने अपने सीएसआर फंड से पुलिस को तीन लाख रुपये दिये जाने की घोषणा की है। इसके अलावा पुलिस टीम के सदस्यों का नाम मैन ऑफ द मंथ के लिए भी एसएसपी ने भेजने को कहा है।
10 दिन में पांच राज्यों में दिया एटीएम चोरी की घटनाओं को अंजाम
काशीपुर। एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि काशीपुर में हुई चोरी की घटना से पूर्व 10 दिन में आरोपियों ने पांच राज्यों में चार एटीएम चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था। जिसके बाद पांच राज्यों की पुलिस टीम इन आरोपियों के तलाश में जुटी थी। लेकिन काशीपुर पुलिस आरोपियों के सबसे पहले करीब पहुंची और उनको गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि इन 10 दिन में आरोपियों ने राजस्थान, दिल्ली, यूपी के मथुरा, हरियाणा व उत्तराखंड में एटीएम चोरी की घटनाएं की। जिसके बाद से इन राज्यों की पुलिस आरोपियों की तलाश में लगी हुई थी।