रुद्रपुर: छठ घाटों पर दिखा आस्था का सैलाब, उगते सूर्य को दिया अर्घ्य

रुद्रपुर, अमृत विचार। उगा है सूरज देव, केलवा के पात पर उगेले सुरुज, मल झांके झुके भजनों के बीच शहर के छठ घाटों पर सूर्योदय की आराधना को लेकर पूर्वांचल समाज की आस्था का सैलाब देखने को मिला। जहां महिलाओं और पुरुषों ने श्रद्धाभाव से उगते सूर्य की पूजा अर्चना की और सूर्यदेव को अर्घ्य देकर उपासना की।
रविवार की सुबह से ही छठ पूजा की आस्था देखने को मिलने लगी थी और शाम ढलते ही बड़ी संख्या में पूर्वांचल समाज के लोग छठ घाटों पर उमड़ने शुरू हो गए थे। शाम ढलते ही अस्त होते सूर्य को व्रतधारी महिलाओं ने अर्घ्य दिया और छठ मैया की उपासना शुरू कर दी थी। सोमवार की सुबह एक बार फिर से निर्जला व्रत धारी महिलाएं और पुरुष परिवार के साथ शहर के धोबी घाट, पैराडाइज झील स्थित छठ घाट, गंगापुर गांव स्थित छठ मईया मंदिर घाट के अलावा वार्डों में बने छठ घाटों पर उमड़ना शुरू हो गए।
सुबह छह बजे जैसे ही सूर्योदय हुआ। सूर्य देवता की आराधना के साथ साथ छठ मैया के उद्घोष के साथ व्रतधारी महिलाओं ने सूर्य को अर्घ्य दिया और उपासना कर संतान की दीर्घायु और परिवार की उन्नति की प्रार्थना की। जिसके बाद व्रतधारी महिलाओं ने गुड़ की बनी खीर का सेवन कर निर्जला व्रत का त्याग किया।
छठ पूजा की यह है पौराणिक कथा
रुद्रपुर। पौराणिक कथानुसार जब पांडव सारा राजपाट जुए में हार गए थे। तब द्रौपदी ने छठ निर्जला व्रत रखा हुआ था। इसी व्रत के कारण पांडवों का राजकाज,मान सम्मान सब कुछ वापस मिल गया था। वहीं दूसरी मान्यता है कि सूर्य की आराधना फलदायी होती है। यदि निसंतान महिलाएं अगर छठ मैया की आराधना करती है और डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देती है। तो संतान प्राप्त के साथ साथ संतान की दीर्घायु व बेहतर भविष्य का निर्धारण होता है।
नेताओं ने घाट पहुंचकर की आराधना
रुद्रपुर। पूर्वांचल समाज का पावन पर्व छठ पूजा को लेकर जितना उत्साह समाज के लोगों में देखने को मिला। उतना ही उत्साह राजनीतिक दलों के नेताओं में देखने को मिला। रविवार की शाम को सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान विधायक शिव अरोड़ा, पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल, मेयर रामपाल सिंह, भाजपा प्रदेश मंत्री विकास शर्मा, भाजपा नेता भारत भूषण चुघ, पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा, महानगर अध्यक्ष कांग्रेस सीपी शर्मा, जिलाध्यक्ष कांग्रेस हिमांशु गाबा ने शहर के सभी छठ घाट पहुंचकर समाज के लोगों को शुभकामनाएं दी और घाट पर पूजा अर्चना की। इसके अलावा जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और शैल सांस्कृतिक परिषद पर्वतीय के महामंत्री अधिवक्ता दिवाकर पांडेय ने भी जल के बीच खड़े होकर परिवार के साथ सूर्य की आराधना की।