गोवावासियों ने दिवाली पर ‘नरकासुर’ के पुतले जलाए, मुख्यमंत्री ने की स्थानीय उत्पाद खरीदने की अपील  

गोवावासियों ने दिवाली पर ‘नरकासुर’ के पुतले जलाए, मुख्यमंत्री ने की स्थानीय उत्पाद खरीदने की अपील  

पणजी। गोवा के लोगों ने रविवार को दिवाली उत्सव पर ‘नरकासुर’ के विशाल पुतले जलाए। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे इस पर्व को मनाने के लिए स्थानीय उत्पाद खरीदें। गोवा में नरकासुर के पुतले बनाने और उन्हें दिवाली पर जलाने की पुरानी परंपरा है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।

राज्य में ‘नरकासुर वध’(राक्षस का वध) प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं। पणजी के एक इतिहासकार संजीव सरदेसाई ने कहा, ‘‘यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। भगवान कृष्ण की पोशाक पहने एक कलाकार सुबह के समय नरकासुर वध का प्रदर्शन करता है। हम इस तरह दिवाली मनाते हैं।

’’ राज्य भर में लोग दिवाली मनाने के लिए अपने घरों के प्रवेश द्वार पर पारंपरिक आकाशकंडिल (लालटेन) लगाते हैं। मुख्यमंत्री सावंत ने त्योहार पर शुभकामनाएं दीं और कामना की कि ‘‘दिवाली की रोशनी राज्य में एकता की भावना से लोगों के मन और हृदय को रोशन करे।

’’ अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘दिवाली का त्योहार लोगों को एक ऐसे समाज का निर्माण करके बुराइयों पर विजय पाने के लिए प्रेरित करता है जिसमें शांति और सांप्रदायिक सद्भाव कायम रहेगा।’’ सांवत ने कहा, ‘‘गोवा के लोग सुशासन की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं। आइए हम त्योहार मनाने के लिए स्थानीय उत्पादों को खरीदने पर अधिक जोर दें, ताकि राज्य में ‘वोकल फॉर लोकल’ को महत्व देते हुए सच्ची भावना के साथ स्थानीय कारीगरों और शिल्पकारों का सहयोग किया जा सके।

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