जेल में पत्नी और बेटे की चिंता में करवट बदलते गुजरी आजम की पहली रात
रविवार की सुबह जेल में शिफ्ट होने के बाद आजम ने खाया जेल का खाना

फाइल फोटो
सीतापुर/रामपुर, अमृत विचार। जिला कारागार में बंद समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां की पहली रात मुश्किलों भरी कटी। पत्नी और बेटे से अलग होने के बाद सीतापुर जेल में बंद आजम खां थोड़ा परेशान नजर आए। रात का खाना खाने के बाद पूरी रात करवट बदलते रहे। जेल सूत्रों की मानें तो उच्च सुरक्षा बैरक में आजम खां की बेचैनी जेल में रहने से नहीं बल्कि परिवार से अलग होने की चिंता उनके सिर माथे पर साफ झलक रही थी।
बताते चलें कि आजम खां पत्नी तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला आजम को फर्जी जन्मप्रमाण पत्र मामले में रामपुर की कोर्ट ने 7-7 साल की सजा के साथ जुर्माना की सजा सुनाई है। रामपुर जिला कारागार में रहने के बाद सुरक्षा के लिहाज से आजम खां को सीतापुर जेल में शिफ्ट किया गया।
कैदी में जेल का प्रारूप बदलने से आजम से मिलने वालों की संख्या में भी अब कमी आयी है। रविवार को जेल शिफ्टिंग के दौरान सपा नेताओं ने जेल से दूरी बनाए रखी। जेल में बंद आजम की पहली रात करवटें बदलते हुए गुजरी हैं।
जेल अधीक्षक सुरेश सिंह ने बताया कि आजम खां को जेल मैनुअल के हिसाब से अन्य कैदियों की तरह ही आजम को सुविधा मुहैया कराई जा रही हैं। आजम खां अगर परिवार से बात करना चाहेंगे तो जेल मैनुअल के हिसाब से ही हफ्ते में एक बार परिवार के सदस्य से जेल पीसीओ से बात करायी जाएगी।
चार रोटी, दाल और सब्जी खाकर गुजारी रात
जेल सूत्रों की मानें तो समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां ने कैदी के रूप में रहकर जेल का खाना खाया। जेल मैनुअल के हिसाब से आजम ने खाने में मिलने वाली आठ रोटी के बजाय महज चार रोटी, अरहर की दाल, और मौसमी सब्जी का सेवन किया। जेल में आजम खां ने पांच वक्त की नमाज अदा करते हुए परिवार की सलामती की दुआ भी मांगी।
पति और बेटे के अलग होने के बाद गुमशुम रही तजीन
रामपुर। रविवार तड़के सपा नेता आजम खां और बेटे अब्दुल्ला के जिला कारागार से चले जाने के कारण डा. तजीन फात्मा अकेली रह जाने के कारण काफी गुमशुम रह रही हैं। सू्त्रों की मानें तो उनको खाना भी दिया जा रहा है लेकिन वे खाना भी ठीक से नहीं खा पा रही हैं। देर रात जागती रहती हैं।
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