हल्द्वानी: नैब में दृष्टिबाधित नाबालिगों से अश्लील हरकत करने वाला संचालक पहुंचा सलाखों के पीछे

हल्द्वानी, अमृत विचार। पुलिस ने दृष्टिबाधित एवं दिव्यांग नाबालिगों से अश्लील हरकत के आरोप में गिरफ्तार किए दिव्यांग बच्चों के आवासीय विद्यालय के संचालक/ महासचिव श्याम धानक को शनिवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
पुलिस के अनुसार, एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा को मिले एक शिकायती पत्र के आधार पर हुई जांच के बाद काठगोदाम थाना पुलिस ने गौलापार स्थित एक दृष्टबाधित बच्चों के आवासीय स्कूल के संचालक/महासचिव श्याम धानक (62 वर्ष) निवासी सरदार की कोठी, दमुवाढूंगा बंदोबस्ती के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (3) (2) डी और एल, 504, 354, पॉक्सो एक्ट में एफआईआर दर्ज की है। इस प्रकरण में पीड़ित नाबालिग दृष्टिबाधित छात्राओं के कोर्ट में दफा 164 के बयान भी दर्ज कराए थे। शुक्रवार की देर सायं पुलिस ने आरोपी श्याम धानक को काठगोदाम थाने के पास से गिरफ्तार कर लिया था। शनिवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया जहां से धानक को … दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
धानक की गिरफ्तारी से कई सफेदपोशों के उड़े होश
गौलापार स्थित दृष्टिबाधित एवं दिव्यांग बच्चों के आवासीय विद्यालय से सिर्फ हल्द्वानी नहीं बल्कि ऊधमसिंह नगर, अल्मोड़ा, बागेश्वर व कई विदेशी सफेदपोश भी जुड़े हुए थे। जो बढ़चढ़ कर सहयोग करते थे। इधर, धानक की गिरफ्तारी के बाद से इन सफेदपोशों में खलबली मच गई है। अब उन्हें पुलिस जांच का डर सता रहा है।
कर्मी भी पुलिस के रडार पर, हो सकती है कार्रवाई
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विद्यालय में गहनता से पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस की मानें तो ऐसे कर्मी जिन्हें श्याम धानक की इस हैवानियत के बारे में पता था लेकिन नौकरी या अन्य के लालच में पुलिस को सूचना नहीं दी है। जांच में ऐसे कर्मियों का पता चलता है तो पुलिस उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई कर सकती है।
पुलिस शुरू करेगी जांच, पीड़िताओं के अलावा अन्य से भी होगी पूछताछ
पुलिस ने इस प्रकरण में जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस पीड़ित छात्राओं के अतिरिक्त अन्य छात्राओं व बच्चों से भी पूछताछ करेगी। इसमें छात्राएं नहीं बल्कि छात्रों से भी पूछताछ की जाएगी। बच्चों पर मानसिक प्रभाव नहीं हो और पठन-पाठन प्रभावित नहीं हो इन सभी पहलूओं को ध्यान में रखकर जांच पड़ताल की जाएगी।
धानक का कहना, जीजीआईसी की शिक्षिकाओं ने उकसाया है बच्चियों को
जेल जाने से पहले संचालक श्याम धानक का कहना था कि उसकी संस्थान की कुछ छात्राएं जीजीआईसी में संगीत सीखने जाती हैं वहां की शिक्षिकाओं ने उन्हें भड़काया है। सभी आरोप निराधार एवं गलत हैं।
जहां घिनौनी हरकत की, उस विद्यालय ने धानक को सब कुछ दिया
श्याम धानक ने जिस दृष्टिबाधित आवासीय विद्यालय के नाबालिग बच्चियों के साथ यह घिनौनी हरकत की है। उस विद्यालय की वजह से श्याम धानक को देश-विदेश में सामाजिक प्रतिष्ठा मिली और दृष्टिबाधित बेटे का भविष्य भी संवरा है। इस विद्यालय की दिल्ली स्थित संस्था में श्याम धानक के दृष्टिबाधित बेटे ने शिक्षा-दीक्षा ग्रहण की। दिल्ली के प्रतिष्ठित स्कूल से पढ़ाई और फिर पूना के प्रतिष्ठित कॉलेज से एमबीए किया। वर्तमान में वह एक प्रसिद्ध दवा कंपनी में कार्यरत हैं।
श्याम धानक को कोर्ट में पेश किया गया था जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। बच्चों से पूछताछ की जाएगी, यदि कोई अन्य भी शामिल मिलता है तो नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
= प्रमोद पाठक, प्रभारी काठगोदाम थाना