बरेली: सात दिन में प्रमाणपत्र..! सीएम के आदेश पर भी नहीं जागे अफसर

बरेली, अमृत विचार। राजस्व विभाग से कोई प्रमाणपत्र जारी कराना कितना मुश्किल काम है, जिले की तहसीलों में लंबित आवेदनों की संख्या यह सच बताने के लिए काफी है। 15 दिन पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर चिंता जताते हुए सात दिन की समयसीमा तय करके शतप्रतिशत प्रमाणपत्र जारी करने का आदेश दिया था लेकिन इसके बाद भी हालात ज्यादा नहीं बदले।
आय, जाति, निवास और हैसियत प्रमाणपत्रों के लिए आवेदक पहले की तरह तहसीलों में चक्कर काट रहे हैं। लेखपाल उन्हें अपनी शर्तों में उलझाए हुए हैं और अफसरों की बेपरवाही पर भी कोई फर्क नहीं पड़ा है।
सीएम डैशबोर्ड से ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल के आवेदनों की मॉनीटरिंग किए जाने के बाद जिला प्रशासन के अफसरों ने तहसीलों के अधिकारियों को लंबित आवेदनों का जल्द निस्तारण करने के निर्देश जरूर जारी किए लेकिन तहसीलों में इसे हवा में उड़ा दिया गया। जुलाई में जिले की सभी तहसीलों में करीब 22 हजार आवेदन लंबित थे और अब भी करीब 15 हजार आवेदन लंबित हैं।
इनमें से ऐसे आवेदनों की संख्या भी हजारों में है जिनकी समयसीमा कब की निकल चुकी है। मुख्यमंत्री ने अपने आदेश में समय पर प्रमाणपत्र जारी न होने पर जिलाधिकारियों की जवाबदेही तय करने की चेतावनी दी थी लेकिन इसके बावजूद जिले के पूरे सिस्टम पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
जिला प्रशासन के 27 सितंबर को जारी आंकड़ों के मुताबिक जिले की सभी तहसीलों में आय प्रमाणपत्र के 5587 आवेदन लंबित हैं। जुलाई में लंबित आवेदनों की संख्या 6980 थी। जाहिर है कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी कोई खास फर्क नहीं पड़ा। लगभग यही स्थिति निवास प्रमाणपत्रों के लंबित आवेदनों की है। जुलाई में 9045 आवेदन लंबित थे और 4798 आवेदन अब भी लंबित हैं।
जाति प्रमाणपत्र के 3710 आवेदन लंबित हैं, जुलाई में इनकी संख्या 4713 थी। साफ है कि मुख्यमंत्री के आदेश के बाद 50 फीसदी भी लंबित आवेदनों का निस्तारण नहीं हुआ है। सबसे खराब हालत हैसियत प्रमाणपत्रों के आवेदनों की है। समयसीमा काफी पहले निकलने के बाद भी जिले में 163 आवेदनों पर प्रमाणपत्र जारी नहीं किए जा रहे हैं।
आय प्रमाणपत्र
बहेड़ी तहसील में 788 आवेदन लंबित हैं। इनमें एक सप्ताह में 711 और एक सप्ताह से एक महीने के बीच 77 आवेदन हुए हैं। मीरगंज तहसील में 1292 आवेदन लंबित हैं। इनमें एक सप्ताह में 664 हुए हैं। 624 को इससे ज्यादा समय हो चुका है। चार को महीने भर से ज्यादा हो चुका है।
आंवला तहसील में 697 आवेदनों में 667 एक सप्ताह के अंदर और बाकी 30 पहले के हैं। बरेली सदर के 1738 आवेदनों में 1467 एक सप्ताह और 271 पहले के हैं। नवाबगंज के 616 आवेदनों में 34 एक सप्ताह से पुराने हैं। फरीदपुर तहसील के 456 आवेदनों में 31 सप्ताह भर एक महीने भर से ज्यादा पुराना है।
जाति प्रमाणपत्र
बहेड़ी तहसील में 550 आवेदनों 540 एक सप्ताह से लंबित हैं, बाकी और पुराने हैं। मीरगंज तहसील में 766 आवेदनों में 544 एक सप्ताह और बाकी और पुराने हैं। आंवला तहसील के सारे 398 आवेदन एक सप्ताह से लंबित हैं। बरेली सदर में 1294 आवेदनों में 1189 एक सप्ताह और 105 इससे भी पुराने हैं। नवाबगंज तहसील में एक सप्ताह से 380 और सात और पुराने हैं। फरीदपुर तहसील में 306 एक सप्ताह और नौ इससे भी पुराने हैं।
निवास प्रमाणपत्र
बहेड़ी तहसील में 1134 आवेदनों में 771 एक सप्ताह, 353 एक सप्ताह से एक माह तक पुराने हैं। मीरगंज तहसील में 592 आवेदनों में 545 एक सप्ताह और 47 इससे भी पुराने हैं। आंवला तहसील में 482 आवेदनों में 474 एक सप्ताह और बाकी पुराने हैं। बरेली सदर में 1763 आवेदनों में 1546 एक सप्ताह और 217 इससे ज्यादा समय से लंबित हैं। नवाबगंज तहसील में 496 आवेदनों में 440 एक सप्ताह और 56 ज्यादा पुराने हैं। फरीदपुर तहसील में 341 आवेदनों में 329 एक सप्ताह और 12 इससे ज्यादा समय से लंबित हैं।
हैसियत प्रमाणपत्र
बहेड़ी तहसील में समय सीमा के अंदर 12 और समयसीमा के बाहर 20, मीरगंज तहसील में चार और सात, आंवला तहसील में चार और 25, बरेली सदर में 31 और 84, नवाबगंज तहसील में 13 और 21, फरीदपुर तहसील में सात और छह आवेदन लंबित हैं।
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