हल्द्वानी: बीमार को नहीं मिल रहा 'आयुष्मान' का आशीर्वाद

हल्द्वानी: बीमार को नहीं मिल रहा 'आयुष्मान' का आशीर्वाद

हल्द्वानी, अमृत विचार। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) उत्तराखंड में हांफने लगी है। कारण, आयुष्मान पोर्टल का बार-बार हैंग होना है। इस वजह से मरीजों के नए कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। हर दिन अस्पतालों से लोग मायूस होकर लौट रहे हैं।
 

गरीबों को 5 लाख तक की निशुल्क चिकित्सा के लिए सरकार ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी, लेकिन वर्तमान में यह सिर्फ नाम की योजना बनकर रह गई है। प्रदेश के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में पिछले एक सप्ताह से आयुष्मान पोर्टल हैंग कर रहा है। इससे न तो नए मरीजों के आयुष्मान कार्ड बन पा रहे हैं। वहीं अस्पतालों में भर्ती मरीजों को आयुष्मान का लाभ भी समय पर नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में मरीज पैसे देकर इलाज कराने को मजबूर हो रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को उठानी पड़ रही है।
 

कुमाऊं के सबसे बड़े सुशीला तिवारी अस्पताल और सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए अलग से आयुष्मान केंद्र खोले गये हैं। एसटीएच में रोजाना करीब 25 से 30 नए कार्ड बनते हैं। जबकि बेस में भी रोजाना 10 से 15 कार्ड बनाये जाते हैं। लेकिन पिछले एक सप्ताह से पोर्टल के हैंग होने के कारण मरीजों का परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

एक से दो घंटे में एक्टिव हो रहा कार्ड
आयुष्मान पोर्टल के हैंग होने की समस्या से मरीजों के साथ-साथ आयुष्मान कार्ड बनाने में लगे कर्मचारी भी जूझ रहे हैं। कर्मचारियों के अनुसार मरीज के दस्तावेज पहले स्कैन करने पड़ते हैं। जब उन्हें पोर्टल में अपलोड करने का समय आता है उसमें आधे से एक घंटे का समय लग जाता है। एक कार्ड को एक्टिव होने में लगभग दो घंटे लग रहे हैं। ऐसे में मरीजों को भी परेशानी हो रही है।


आयुष्मान पोर्टल के हैंग होने से परेशानी बढ़ी है। आयुष्मान कार्ड संचालक के अधिकारियों को पत्र लिखे गये हैं। मामले से मुख्यालय को भी अवगत कराया गया है। पोर्टल के जल्द ठीक होने की उम्मीद है।
- डॉ. अरुण जोशी, प्राचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी


पोर्टल में कुछ तकनीकी दिक्कत आई थी, जिसे दूर कर लिया गया है। अब पहले ही तरह आयुष्मान का लाभ लोगों को मिलने लगेगा।
- भानू प्रताप, डिस्ट्रिक कॉर्डिनेटर, आयुष्मान योजना