बरेली: 28 साल बाद जिला सहकारी बैंक के मैनेजर और कैशियर बरी

बरेली, अमृत विचार। 28 साल पहले नजीबाबाद स्थित बैंक शाखा से 8 लाख 50 हजार रुपये गबन के मामले में भ्रष्टाचार के आरोपी भूतपूर्व कैशियर बिजनौर मंडावर ग्राम खूड़ा निवासी चन्द्र प्रकाश और गुन्नौर बदायूं निवासी भूतपूर्व ब्रांच मैनेजर डीसीबी चीनी मिल शाखा नजीबाबाद नेक सिंह यादव को परीक्षण में संदेह का लाभ देते हुए स्पेशल जज एंटी करप्शन कोर्ट-2 प्रण विजय सिंह ने बरी कर दिया।
बचाव पक्ष के अधिवक्ता उमंग रावत ने बताया कि वादी जयवीर सिंह द्वारा थाना मंडावली बिजनौर में तहरीर देकर बताया गया था कि बिजनौर जिला सहकारी बैंक की शाखा मंडावली में शाखा प्रबंधक के पद पर कार्यरत रहते हुए वीर सिंह ने बिजनौर जिला सहकारी बैंक की शाखा चीनी मिल नजीबावाद से विभिन्न तिथियों में बैंक शाखा मंडावली के लिए 10 लाख 50 हजार रुपये प्राप्त किये गये।
वीर सिंह ने 27 अक्टूबर 1995 को केवल 2 लाख रुपये शाखा मंडावली में जमा किये, शेष रकम जमा नहीं की। थाना मंडावली बिजनौर में भ्रष्टाचार के आरोप में वीर सिंह के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था। विवेचना में चन्द्र प्रकाश और नेक सिंह यादव के विरुद्ध भी पुलिस ने आरोप पत्र कोर्ट भेजा था। वीर सिंह के फरार हो जाने के कारण उसकी पत्रावली को कोर्ट ने अलग कर दिया था। शासकीय अधिवक्ता ने 11 गवाह परीक्षित कराए थे।
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