बरेली: जिला अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार पर खड़ी कर दी क्रेन, बीच रास्ते में फंसे मरीज

कुतुबखाना पुल निर्माण में लगे कर्मियों ने बिना सूचना दिए बंद कर दिया रास्ता, काफी देर तक एंबुलेंस भी फंसी रहीं, ओपीडी में आने वाले मरीज हुए परेशान

बरेली: जिला अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार पर खड़ी कर दी क्रेन, बीच रास्ते में फंसे मरीज

बरेली,अमृत विचार : कुतुबखाना पुल निर्माण जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। सोमवार को पुल का निर्माण कर रहे कर्मियों ने बिना कोई सूचना के पूर्वाह्न 11 बजे अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार पर क्रेन खड़ी कर दी। इससे मरीज बीच रास्ते में फंस गए। उन्हें अस्पताल तक पहुंचने में परेशानी हुई।

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आम दिनों की तुलना में ओपीडी भी कम रही। महज 700 मरीज इलाज के लिए पहुंचे, जबकि अन्य दिनों यह आंकड़ा 1 हजार तक होता है। दरअसल, पुल निर्माण जिला अस्पताल के गेट तक पहुंच चुका है। वहां निर्माण कार्य हो रहे हैं। इस वजह से मरीजों की दिक्कतें बढ़ रही हैं।बीच रास्ते पर क्रेन खड़ी करने से अस्पताल से मरीज लाने और ले जाने में सबसे अधिक परेशानी एंबुलेंस चालकों को उठानी पड़ी।

करीब आधे घंटे तक एंबुलेंस इस रास्ते पर फंसी रही। इस दौरान चालकों ने भी निर्माण करने वाले कर्मचारियों से आपत्ति की, लेकिन उन्होंने उनकी बात को अनसुना कर दिया। आए दिन कर्मी बिना सूचना के अस्पताल के मुख्य द्वार पर मशीनें लगा देते हैं। जिसका खामियाजा मरीजों को उठाना पड़ता है।

बुखार और त्वचा रोगियों की संख्या अधिक: जिला अस्पताल की एडीएसआईसी डाॅ. अलका शर्मा के अनुसार मौसम में हुए बदलाव के चलते अब डायरिया के मरीजों की संख्या घटी है, लेकिन त्वचा और बुखार के रोगी बढ़ रहे हैं।

दिव्यांगों ने भी उठाई परेशानी: सोमवार को सीएमओ कार्यालय परिसर में दिव्यांग जन कार्यालय में बड़ी संख्या में दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पहुंचे। पुल निर्माण चलते दिव्यांगों को भी परेशानी उठानी पड़ी। जैसे-तैसे अस्पताल में तो दिव्यांगों ने प्रवेश कर लिया लेकिन यहां कार्यालय में उनके लिए कोई सहूलियत नहीं मिली। यहां बैठने तक की व्यवस्था नहीं थी। अफसरों ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया।

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